छत्तीसगढ़

सचिवों ने काम पर लौटने का अल्टीमेटम ठुकराया, आदेश की कॉपी जलाकर जताया विरोध, आत्मदाह की दी चेतावनी

पंचायत सचिवों की हड़ताल अब भी जारी है, और उन्होंने पंचायत संचालनालय द्वारा जारी किए गए आदेश को ठेंगा दिखा दिया है। पंचायत सचिवों को काम पर लौटने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था, लेकिन सचिवों ने सामूहिक रूप से आदेश की कॉपी जलाकर विरोध दर्ज कराया। सचिव संघ पिछले पांच दिनों से नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर है और इस दौरान वे अपने अधिकारों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं।

सचिव संघ की नियमितीकरण की मांग पर हड़ताल

सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने बताया कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के दौरान सचिवों को नियमितीकरण करने का वादा किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100 दिनों के भीतर इस वादे को पूरा करने का दावा किया था, लेकिन अब तक 400 दिन से अधिक समय बीत चुका है, और सचिवों की मांगें पूरी नहीं की गई हैं। इस स्थिति को लेकर सचिव संघ का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।

1 अप्रैल को विधानसभा घेराव की योजना

अनिल गुप्ता ने बताया कि अगर उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो सचिव संघ 1 अप्रैल को विधानसभा घेराव करने की योजना बना रहा है। इसके बावजूद अगर सचिवों की नियमितीकरण की मांग पूरी नहीं की जाती, तो सचिव संघ अपनी रणनीति को फिर से तय करेगा और उसके मुताबिक प्रदर्शन जारी रहेगा।

सचिवों की मांग पूरी न होने पर आत्मदाह की दी चेतावनी, पंचायतों में काम ठप, ग्रामीण परेशान

प्रदेश सचिव संघ के जिला अध्यक्ष श्याम कार्तिक जायसवाल समेत अन्य पंचायत सचिवों ने सरकार की अनदेखी पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। सचिवों की हड़ताल के कारण राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन पूरी तरह ठप हो गया है। ग्राम पंचायतों में लोगों को जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, पेंशन, आवास, राशन कार्ड जैसे सरकारी लाभ के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल ने पंचायतों में सभी कार्यों को रुकवा दिया है, और अब ग्रामीणों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।

सरकार के आदेश पर सचिवों ने जलाईं कॉपियां

राज्य सरकार की ओर से सचिवों की हड़ताल को खत्म करने के लिए आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि अगर सचिव 24 घंटे के भीतर काम पर नहीं लौटते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। सरकार के इस आदेश के विरोध में प्रदेश सचिव संघ के जिला अध्यक्ष श्याम कार्तिक और तखतपुर ब्लॉक सचिव संघ ने आदेश की कॉपियां जलाईं और हड़ताल जारी रखने की घोषणा की।

सचिवों की हड़ताल से पंचायतों के 29 विभाग प्रभावित

तखतपुर ब्लॉक सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष तुलसी ध्रुव ने बताया कि पंचायत सचिव 29 विभिन्न विभागों के 200 से अधिक कार्यों को संभालते हैं। सचिवों की हड़ताल के कारण ग्राम पंचायतों में राशन, पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, आवास, पेयजल, निर्माण जैसे बुनियादी कामों में रुकावट आ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 11,000 से ज्यादा सचिव अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं, जिसका असर ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों पर पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से इन समस्याओं का समाधान शीघ्र करने की मांग की।

पंचायत सचिवों का विरोध अब तेज हो चुका है और वे अपनी मांगों को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए हैं। सचिवों की नियमितीकरण की मांग के समर्थन में उनका संघर्ष जारी रहेगा, और अगर सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है तो सचिव संघ अपनी अगली रणनीति पर काम करेगा।

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