Sushasan Tihar: रायपुर में फिर लगेगा “सुशासन तिहार” का मेला, 5 से 31 मई तक हर वार्ड में समाधान शिविर

Sushasan Tihar: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक बार फिर लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए “सुशासन तिहार” की शुरुआत होने जा रही है। 5 मई से 31 मई तक शहर के हर वार्ड में समाधान शिविर लगाए जाएंगे। ये पूरा अभियान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर चलाया जा रहा है। मकसद है—लोगों की शिकायतें सुनना नहीं, सुलझाना।
तीसरा चरण, 25 दिन, 70 वार्ड—समाधान पर पूरा फोकस
इस अभियान का यह तीसरा चरण है, जो पूरे 25 दिनों तक चलेगा। रायपुर नगर निगम के 70 वार्डों में जोन कमिश्नरों को शिविर आयोजन के निर्देश दे दिए गए हैं।
इस दौरान अप्रैल में आयोजित पहले चरण में मिले 2.91 लाख आवेदन और 7,341 शिकायतों के निपटारे की स्थिति पर लोगों को अपडेट भी दिया जाएगा। यानी जनता को ये बताया जाएगा कि उनकी दी गई शिकायतों पर अब तक क्या हुआ।
कलेक्टर ने की अपील—शिविर में जरूर आएं नागरिक
रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने जानकारी दी कि सुशासन तिहार के तहत हर ग्राम पंचायत और वार्ड में समाधान शिविर आयोजित होंगे। यहां जनता की मांगें, समस्याएं और शिकायतें सुनी जाएंगी और उनका समाधान बताया जाएगा।
उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे इन शिविरों में पहुंचकर अपनी बात खुलकर रखें, ताकि प्रशासन तक सही जानकारी पहुंचे और त्वरित कार्रवाई हो सके।
किस जोन में, किस तारीख को लगेगा समाधान शिविर?
नगर निगम के 10 जोनों में अलग-अलग सार्वजनिक स्थलों पर समाधान शिविरों की तारीख तय कर दी गई है। नीचे देखिए किस दिन, कहां लग रहा है समाधान शिविर:
- जोन 1: 10 मई – दही हांडी मैदान, गुढ़ियारी
- जोन 2: 7 मई – शहीद स्मारक भवन, जीई रोड
- जोन 3: 13 मई – बीटीआई ग्राउंड, शंकर नगर
- जोन 4: 15 मई – सरदार बलवीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम
- जोन 5: 19 मई – डीडी नगर सेक्टर-2, सामुदायिक भवन
- जोन 6: 20 मई – शहीद संजय यादव उच्चतर माध्यमिक शाला, टिकरापारा
- जोन 7: 23 मई – पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, जीई रोड
- जोन 8: 27 मई – भारत माता स्कूल के सामने, सामुदायिक भवन, टाटीबंध
- जोन 9: 28 मई – इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, कम्युनिटी हॉल, जोरा
- जोन 10: 30 मई – गुरुद्वारा, सामुदायिक भवन, देवपुरी
अफसरों को दी गई जिम्मेदारी, समाधान पर कड़ी नजर
अधिकारियों को शनिवार और रविवार के दिन भी जोनों की जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि किसी वार्ड की शिकायतें लंबित न रहें। इस बार शिविर की अवधि लंबी रखी गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी समस्या दर्ज करा सकें और उन्हें फॉलोअप भी मिल सके।