
छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के दूसरे चरण के तहत आज, 20 फरवरी को मतदान हो रहा है। इस चरण में जिला पंचायत, जनपद सदस्य, सरपंच और पंच पदों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ और दोपहर 3 बजे तक चलेगा। चुनाव आयोग ने इस चरण के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है, विशेष रूप से नक्सल प्रभावित इलाकों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है।
पहले चरण का मतदान सफल
पहले चरण का मतदान 53 विकासखंडों में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ था, जिसमें 81.38% मतदान दर्ज किया गया था। यह पंचायत चुनावों के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। चुनाव आयोग को उम्मीद है कि दूसरे चरण में भी इसी तरह उत्साहजनक मतदान दर्ज किया जाएगा।
मतदान प्रक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था
मतदान बैलेट पेपर के माध्यम से हो रहा है, और सभी पोलिंग पार्टियाँ 19 फरवरी को ही अपने निर्धारित मतदान केंद्रों पर पहुंच चुकी थीं। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई है, ताकि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके। मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की सुविधा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं, और वोटिंग मशीनों व अन्य चुनावी प्रक्रियाओं की जांच पूरी कर ली गई है।
मतदान के बाद मतगणना कल
मतदान संपन्न होने के बाद 21 फरवरी को मतगणना की जाएगी। चुनाव आयोग ने सभी बैलेट बॉक्सों को सुरक्षित रूप से गिनती केंद्रों तक पहुंचाने की व्यवस्था की है। मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।
नगरीय निकाय चुनावों के नतीजे और पंचायत चुनावों पर असर
इससे पहले, 11 फरवरी को छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव हुए थे, जिनके परिणाम 15 फरवरी को घोषित किए गए। इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 10 नगर निगमों में से सभी में जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। भाजपा ने कुल 173 स्थानीय निकायों में से 126 पर कब्जा जमाया, जबकि कांग्रेस मात्र 30 सीटों पर सिमट गई। इन नतीजों का पंचायत चुनावों पर क्या असर पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
मतदाताओं से समय पर मतदान की अपील
चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे समय पर मतदान केंद्र पहुंचकर अपने मताधिकार का उपयोग करें। मतदान के लिए मतदाताओं को अपना वोटर आईडी कार्ड या अन्य पहचान पत्र साथ लाना अनिवार्य है।
छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनावों का यह दूसरा चरण महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रशासन पूरी तरह से निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है। अब देखना होगा कि इस चरण में कितने प्रतिशत मतदान दर्ज होता है और मतगणना के बाद किस दल को बढ़त मिलती है।