
छत्तीसगढ़ में भाजपा के कई सीनियर विधायक मंत्री बनाए जाने का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने भाजपा के एक नेता को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। इस आदेश की जारी होने के साथ ही प्रदेश में एक बार फिर से मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा भी शुरू हो गईं।
सलीम राज को मिला कैबिनेट मंत्री का दर्जा
सामान्य प्रशासन विभाग ने भाजपा नेता और वक्फ बोर्ड के प्रमुख डॉ सलीम राज को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। मंत्रालय से इसे लेकर आदेश जारी हो गया। बोर्ड के काम-काज को लेकर सलीज राज पूरे प्रदेश में घूम रहे हैं। मस्जिदों में तक़रीर को लेकर दिए गए आदेश की वजह से जगह-जगह उनका विरोध भी हुआ था।

क्या चल रहा पार्टी के अंदर
पार्टी सूत्रों की माने तो 15 जनवरी के पहले साय मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना है। खबर है कि सरकार में असल असमंजस विभागों के बंटवारे को लेकर हैं। वित्त विभाग, आबकारी विभाग, स्कूल शिक्षा ऐसे विभाग हैं जो नए मंत्रियों को दिए जाएं या पुराने मंत्रियों का जिम्मा बरकरार रहे, इसे लेकर विचार मंथन चल रहा है।

9 जनवरी यानी गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में एक बड़ी बैठक होनी है। इस बैठक में भी मंत्रिमंडल को लेकर बड़े नेताओं में बातचीत हो सकती है। सामंजस्य बना तो शपथ ग्रहण भी हो सकता है। हालांकि, शपथ ग्रहण को लेकर बहुत कुछ कहने से भाजपा के नेता फिलहाल बच रहे हैं।
क्या कहती है पार्टी?
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक उषित शर्मा ने कहा,
“दोनों डिप्टी सीएम समेत सात नए चेहरे मंत्रिमंडल में हो सकते हैं। सीनियर विधायकों के शामिल होने की संभावना ज्यादा है। अजय चंद्राकर और अमर अग्रवाल रेस में आगे हैं।”
टल भी सकती है शपथ
पार्टी का बड़ा खेमा ये भी मान रहा है कि नए मंत्री बनाने की कोई हड़बड़ी नहीं है। प्रदेश में निकाय चुनाव सिर पर हैं। चुनावी जिम्मेदारियों को पूरा करने के बाद ही संगठन इस पर विचार बनाएगा कि मंत्रिमंडल में कौन जाएगा।
10 से 12 जनवरी के आस-पास भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनाने की प्रक्रिया संगठन को पूरी करनी है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव अगर बदले गए तो फिर उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिलने की चर्चा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तय होने के बाद ही मंत्रियों को लेकर नई बातचीत संगठन में होगी।
कौन हैं मंत्री पद के प्रमुख दावेदार?
अमर अग्रवाल
- तीन बार मंत्री रह चुके हैं।
- वित्त और नीति निर्माण मामलों में उनकी पकड़ मजबूत है।
- बिलासपुर से कैबिनेट में शामिल होने की संभावना प्रबल है।
अजय चंद्राकर
- 2003 और 2013 में स्वास्थ्य और पंचायत मंत्री रह चुके हैं।
- पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।
- स्वास्थ्य और नगरीय निकाय विभाग मिलने की संभावना है।
किरण सिंह देव
- 30 वर्षों से राजनीति में सक्रिय।
- पूर्व में महापौर और पार्टी कार्यकर्ता के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुरंदर मिश्रा
- रायपुर शहर उत्तर से विधायक।
- सामाजिक और संगठनात्मक गतिविधियों में सक्रिय।
गजेंद्र यादव
- दुर्ग से विधायक और पूर्व में नगर निगम अध्यक्ष रह चुके हैं।
- किसान मोर्चा में भी सक्रिय योगदान।
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