रायपुर-जगदलपुर हाईवे हादसा: दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या और सुरक्षा के उपाय

दुर्घटना का विवरण
बुधवार को कुरूद स्थित रायपुर-जगदलपुर नेशनल हाईवे पर एक कार ने पिकअप को पीछे से टक्कर मार दी। यह हादसा सीसीटीवी में कैद हो गया जिसमें देखा गया कि कार की टक्कर के बाद पिकअप से 3 महिलाएं उछलकर सड़क पर गिर गईं। इस दुर्घटना में 30 मजदूर घायल हुए, जिनमें से 3 की हालत गंभीर है और उन्हें धमतरी-रायपुर रेफर किया गया है।
दुर्घटना के कारण
- ओवरस्पीडिंग: कार की तेज गति के कारण यह हादसा हुआ।
- सड़क पर ध्यान ना देना: ड्राइवर का ध्यान भटकने के कारण भी यह दुर्घटना हुई।
हादसे के बाद की स्थिति
हादसे के तुरंत बाद, स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सीसीटीवी फुटेज
हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें टक्कर के बाद पिकअप से 3 महिलाएं उछलकर सड़क पर गिरती दिख रही हैं। यह फुटेज दर्शाता है कि हादसा कितना भयानक था।
अन्य सड़क दुर्घटनाएँ
वहीं देर शाम को भखारा स्थित सिहाद मोड़ के पास दो पिकअप में टक्कर हो गई। इस हादसे में पास से बाइक पर गुजर रहे युवक-युवती को चोट आई है।
हाल ही में हुई घटनाएँ
- 30 जुलाई: डिलीवरी ब्वॉय की जेसीबी से टकराकर पुरूर के कनेरी के पास मौत हो गई।
- जनवरी से जुलाई: पिछले 7 महीनों में 246 सड़क दुर्घटनाएँ हुई हैं, जिसमें 130 लोगों की मौत हो गई और 219 लोग घायल हुए हैं।
सुरक्षा उपाय
सड़क सुरक्षा समिति
जिले में सड़क सुरक्षा समिति की बैठकें होती हैं, लेकिन निर्णयों पर मैदानी स्तर पर काम नहीं हो रहा है।
यातायात नियमों का पालन
- ओवरस्पीडिंग पर नियंत्रण: ओवरस्पीडिंग पर कठोरता से रोकथाम होनी चाहिए।
- सड़क पर ध्यान: ड्राइवरों को सड़क पर ध्यान केंद्रित रखने की शिक्षा दी जानी चाहिए।
दुर्घटनाओं का प्रभाव
स्थाई अपंगता
इन हादसों में 5 फीसदी लोग स्थाई रूप से अपंग हो गए हैं। यह स्थिति न केवल पीड़ित के जीवन को प्रभावित करती है, बल्कि उनके परिवार को भी संकट में डाल देती है।
आवारा मवेशियों से टक्कर
4 लोगों की मौत आवारा मवेशियों से टकराकर हुई है। यह समस्या भी गंभीर है और इसे हल करने की आवश्यकता है।
उपायों की आवश्यकता
सड़क सुरक्षा समिति के निर्णय
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों पर तुरंत और प्रभावी कार्यवाही होनी चाहिए।
पब्लिक अवेयरनेस
- शिक्षा अभियान: सड़क सुरक्षा के बारे में जनता को जागरूक करने के लिए शिक्षा अभियान चलाए जाने चाहिए।