CG Teacher Union Protest: युक्तियुक्तकरण नीति के खिलाफ शिक्षकों का महासंग्राम, मंत्रालय कूच को तैयार 23 शिक्षक संगठन, तुता धरना स्थल पर जुटा शिक्षकों का सैलाब

रायपुर: CG Teacher Union Protest: छत्तीसगढ़ में युक्तियुक्तकरण नीति के खिलाफ शिक्षक संगठनों का आंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर है। राजधानी रायपुर के तुता धरना स्थल पर प्रदेशभर से 23 शिक्षक संघों के हजारों शिक्षक एकजुट हो चुके हैं। कुछ ही देर में वे मंत्रालय की ओर कूच करेंगे।
Rationalization Opposition: वर्तमान में माहौल शांत है, लेकिन संघर्ष की चेतावनी स्पष्ट रूप से महसूस की जा सकती है। शिक्षक संगठनों ने 2008 के पुराने स्कूल सेटअप की बहाली, एकल शिक्षक स्कूलों की समस्याएं, पदोन्नति में हो रही देरी और पेंशन लाभ जैसे मुद्दों को लेकर आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है।

प्रदेश के सभी जिलों से बड़ी संख्या में शिक्षक धरना स्थल पर पहुँच चुके हैं। नारेबाज़ी जोरों पर है, और सभी शिक्षक मंत्रालय की ओर कूच करने के लिए एकत्र हो रहे हैं। CG Teacher Rationalization यह आंदोलन ‘युक्तियुक्तकरण’ के विरोध में एक बड़ा जनदबाव बनाने की दिशा में निर्णायक कदम माना जा रहा है।
शिक्षक संगठनों की प्रमुख मांगें
1. 2008 का सेटअप लागू हो
शिक्षक संगठनों का कहना है कि वर्ष 2008 में जो स्कूल सेटअप तय किया गया था, वही व्यावहारिक और आवश्यक है। उस अनुसार:
- प्राथमिक स्कूल: हर 60 बच्चों पर कम से कम 3 शिक्षक
- मिडिल स्कूल: न्यूनतम 5 शिक्षक
- हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल: विषयवार स्वीकृत पद, कामर्स के लिए 2 शिक्षक अनिवार्य
वर्तमान युक्तियुक्तकरण नीति में इन मानकों की अनदेखी हो रही है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
2. शिक्षक विहीन और एकल शिक्षक स्कूलों पर सवाल
शिक्षकों ने पूछा कि:
- 3,000 सहायक शिक्षक भर्ती और पदोन्नति के बावजूद 212 प्राथमिक शालाएं शिक्षक विहीन क्यों हैं?
- 6,872 प्राथमिक स्कूल एकल शिक्षकीय क्यों हैं?
- 48 पूर्व माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक नहीं और 255 पूर्व माध्यमिक स्कूल एकल शिक्षकीय क्यों हैं?
CG Teacher Protest: जबकि शिक्षा विभाग का आदेश था कि पहले इन स्कूलों में पदस्थापना की जाए। शिक्षक नेताओं ने जवाबदेही तय करने की मांग की।
3. पदोन्नति के लिए जनरल ऑर्डर की मांग
कई शिक्षक 12–15 वर्षों से एक ही पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने क्रमोन्नति के लिए सामान्य आदेश (General Order) जारी करने की मांग की ताकि वर्षों से लंबित पदोन्नति मिल सके।
4. शून्य पेंशन पर चिंता
वे शिक्षक जिनकी सेवा 10 वर्ष से कम रही, उन्हें पेंशन लाभ नहीं मिल रहे हैं। आंदोलनकारी शिक्षकों ने पूर्व सेवाकाल की गणना कर पेंशन लाभ देने की मांग की।
5. प्रशिक्षित शिक्षकों को पदोन्नति मिले
शिक्षक संगठनों ने भर्ती और प्रमोशन नियमों के तहत डीएड और बीएड प्रशिक्षित शिक्षकों को उच्च पदों पर पदोन्नत करने की मांग दोहराई।
आंदोलन का बढ़ता असर
Tuta Dharna Sthal Raipur: धरना स्थल पर माहौल शांत लेकिन संघर्षपूर्ण है। शिक्षक संगठनों ने कहा कि यदि युक्तियुक्तकरण नीति वापस नहीं ली जाती, और 2008 का सेटअप बहाल नहीं होता, तो आंदोलन राज्यव्यापी रूप ले सकता है।

CG Teacher Yuktiyuktkaran: इस प्रदर्शन के माध्यम से छत्तीसगढ़ के शिक्षक सिर्फ अपने हक की नहीं, बल्कि छात्रों के बेहतर भविष्य की लड़ाई भी लड़ रहे हैं — ऐसा उनका कहना है। अब देखना होगा कि सरकार इस बड़े और एकजुट आवाज को कितनी गंभीरता से लेती है।
अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि सरकार इस शिक्षकों की एकजुट आवाज को किस गंभीरता से लेती है।