रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी बनी तकरार की वजह, कांग्रेस ने बनाई सुलह कमेटी, लेखराम साहू को मिली कमान

रायपुर: रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। मामला तूल पकड़ता देख अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने विवाद को शांत करने के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। इस कमेटी की कमान कुरुद के पूर्व विधायक लेखराम साहू को सौंपी गई है।
कौन-कौन हैं कमेटी में?
इस कमेटी में लेखराम साहू के अलावा प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रेमचंद जायसी और पूर्व विधायक प्रत्याशी सुनील महेश्वरी को सदस्य बनाया गया है। यह टीम अब शहर जिला कांग्रेस, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सभी कांग्रेस पार्षदों से बातचीत कर पूरे विवाद की तह तक पहुंचेगी और फिर अपनी रिपोर्ट तीन दिनों के भीतर प्रदेश कांग्रेस को सौंपेगी।
विवाद की जड़ क्या है?
दरअसल, पहले कांग्रेस ने संदीप साहू को नगर निगम रायपुर का नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया था। लेकिन कुछ समय बाद पार्टी ने बागी पार्षद आकाश तिवारी को यह पद सौंप दिया। आकाश तिवारी वही नेता हैं जो कांग्रेस से बगावत कर पार्षद का चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे। उनकी इस नियुक्ति से साहू समाज में नाराजगी फैली और पार्टी के भीतर भी असंतोष पनप गया।
इस्तीफे और नाराजगी का दौर
आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बाद कांग्रेस के पांच पार्षदों ने इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के भीतर मचे इस घमासान ने नेतृत्व को भी चिंता में डाल दिया है। अब सभी की नजरें जांच कमेटी की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे तय होगा कि रायपुर नगर निगम में कांग्रेस की अगली रणनीति क्या होगी।