कुरूद के दो होनहार छात्रों का बोर्ड परीक्षा में जलवा: किसान और क्लर्क के बेटों ने टॉप 10 में बनाई जगह, एक बनेगा इंजीनियर तो दूसरा IAS

CGBSE Toppers: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (CGBSE) ने 7 मई को 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा रिजल्ट के नतीजे घोषित कर दिए। नतीजों का ऐलान खुद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बटन दबाकर किया। इस बार का रिजल्ट खास इसलिए भी रहा क्योंकि धमतरी जिले के दो छात्र टॉप-10 में पहुंचे हैं, और वो भी ऐसे परिवारों से जिनके पास संसाधन भले सीमित हों, लेकिन हौसले आसमान छूते हैं।
सौरभ जोशी: क्लर्क का बेटा, अब बनने चला इंजीनियर
बुडेनी गांव के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाले सौरभ जोशी ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में 98.33% (कुल 590 अंक) हासिल किए हैं। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने प्रदेश में छठवां स्थान पाया है।
सौरभ के पिता डुमन जोशी सहकारी समिति में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। सौरभ बताते हैं कि वे हर दिन 6-7 घंटे पढ़ाई करते थे। मोबाइल का उपयोग सिर्फ पढ़ाई के लिए व्हाट्सएप और यूट्यूब तक सीमित रखा। सौरभ का सपना है गणित विषय से आगे पढ़ाई करके इंजीनियर बनना।
समीर साहू: किसान का बेटा और आईएएस बनने का सपना
कुरूद ब्लॉक के चरमूड़िया गांव से ताल्लुक रखने वाले समीर साहू ने 97.83% (कुल 587 अंक) हासिल कर प्रदेश में नवां स्थान पाया है। उनके पिता भूषण साहू खेती करते हैं। समीर के परिवार में दादा-दादी, माता-पिता और भाई-बहन रहते हैं।
समीर का कहना है कि उन्होंने इस साल पढ़ाई पर खास ध्यान दिया और रोजाना 8-9 घंटे पढ़ाई की। उनका लक्ष्य है कि वे आईएएस अफसर बनें, और इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है।
गांवों से निकलकर बनाई पहचान
इन दोनों होनहार छात्रों की सफलता सिर्फ उनका नहीं, बल्कि पूरे जिले और राज्य की प्रेरणा है। सीमित संसाधनों, ग्रामीण पृष्ठभूमि और सामान्य परिवारों से आने के बावजूद सौरभ और समीर ने यह साबित कर दिया कि अगर इरादे पक्के हों, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती।
बधाइयों की लगी कतार
जैसे ही रिजल्ट आया, दोनों छात्रों के घर बधाई देने वालों की भीड़ लग गई। गांव के लोग, शिक्षक, रिश्तेदार और मित्र—सबने जमकर तारीफ की। यह कामयाबी उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है जो छोटे शहरों और गांवों से बड़े सपने देखते हैं।