छग विधानसभा में बठेना कांड को लेकर हुआ हंगामा, विपक्ष ने वाकआउट कर राज्यपाल से की शिकायत

रायपुर। पाटन विधानसभा के बठेना कांड को लेकर भाजपा विधायक दल ने स्थगन प्रस्ताव पेश किया जिसे आसंदी ने अग्राह्य कर दिया। स्थगन के अग्राह्य होने के बाद भाजपा विधायक दल गर्भगृह पहुँच कर नारेबाज़ी करने लगा जिसके बाद वह स्वयमेव निलंबित हो गया।बठेना में रामवृक्ष गायकवाड़ समेत पाँच सदस्यीय परिवार के शव मिले थे, भाजपा विधायक दल कल बठेना पहुँचा था। बठेना कांड को लेकर विपक्ष ने गंभीर आरोप लगाए और पुलिस की बताई जा रही कथा पर सवाल खड़े किए हैं। वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने इस पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया।

बठेना कांड को लेकर अजय चंद्राकर ने कहा:
“यह बेहद गंभीर घटना है.. घटनास्थल को देखने से प्रतीत होता है कि महिलाओं से सामुहिक दुष्कर्म हुआ और फिर सबकी हत्या की गई”
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस मसले पर स्थगन को स्वीकार करने और चर्चा करने की मांग आसंदी से की।आसंदी ने स्थगन को अग्राह्य कर दिया जिसके बाद भाजपा विधायक दल गर्भगृह में देर तक नारेबाज़ी करता रहा और फिर गांधी प्रतिमा के पास नारेबाज़ी करने लगा।
राज भवन पहुंचकर राज्यपाल से की शिकायत:
बाद में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के नेतृत्व में चौदह सदस्यीय भाजपा विधायक दल राज्यपाल अनुसुइया उईके से मिलने राज्यपाल भवन पहुँचे। भाजपा विधायक दल ने बठेना कांड जिसमें कि पाँच सतनामी वर्ग के लोगों की मौत हुई उसके समेत राज्य की बिगड़ती क़ानून व्यवस्था पर राज्य सरकार के ख़िलाफ़ शिकायत पत्र सौंपा। इसके साथ साथ सेस पर हुई गड़बड़ी का मसला भी राज्यपाल के संज्ञान में लाया। विदित हो कि सेस को लेकर भाजपा विधायक दल ने महालेखाकार को भी शिकायत सौंपी है।