CG BEO Controversy: “बदमाश” शिक्षकों की मांगी सूची, BEO के विवादित पत्र से मचा बवाल, शिक्षक संघ नाराज़

CG BEO Controversy: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले से एक अजीबो-ग़रीब मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा विभाग में खलबली मचा दी है। गीदम विकासखंड के बीईओ (ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर) शेख रफीक द्वारा संकुल समन्वयकों को भेजे गए एक पत्र ने विवाद खड़ा कर दिया है। पत्र में शिक्षकों को लेकर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, जिसे लेकर अब शिक्षक संघ सख्त नाराजगी जता रहा है।
BEO ने मांगी “बदमाश” शिक्षकों की सूची, मचा बवाल
मामला तब तूल पकड़ा जब बीईओ शेख रफीक ने संकुल समन्वयकों को 18 बिंदुओं पर जानकारी भेजने का आदेश जारी किया। लेकिन बवाल तब मचा जब 8वें बिंदु में लिखा गया—”बदमाशी में संलिप्त शिक्षकों की जानकारी दें।” जैसे ही यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, शिक्षा जगत में बवाल खड़ा हो गया। शिक्षकों का कहना है कि एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा इस तरह की भाषा का प्रयोग करना पूरी शिक्षक बिरादरी का अपमान है। उन्होंने इस शब्द को तत्काल वापस लेने और बीईओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
शिक्षक संघ ने जताई कड़ी आपत्ति, होगा उच्च स्तरीय शिकायत
शिक्षक संगठनों ने इस पत्र पर सख्त आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि जिन विद्यालयों में महिलाएं, छात्राएं और शिक्षक काम करते हैं, वहां “बदमाश” जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना बेहद अपमानजनक और गैरजिम्मेदाराना है। संघ के पदाधिकारियों ने साफ कहा है कि इस मामले की शिकायत अब कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी से की जाएगी। उनका तर्क है कि यदि किसी शिक्षक के खिलाफ शिकायत है तो उस पर नियमों के तहत कार्रवाई होनी चाहिए, न कि ऐसे शब्दों से पत्राचार किया जाना चाहिए।

पहले भी विवादों में रहे हैं BEO शेख रफीक
बताया जा रहा है कि शेख रफीक पहले भी अपनी कार्यशैली को लेकर विवादों में रहे हैं। इस पत्र के चलते अब फिर से वे शिक्षा विभाग के निशाने पर आ गए हैं।
दंतेवाड़ा जिला शिक्षा अधिकारी एसके अंबास्था ने बयान जारी करते हुए कहा, “कोई भी शिक्षक बदमाश नहीं होता। यदि कोई शिक्षक लापरवाही करता है, तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई होती है। बीईओ को चेतावनी दी गई है कि भविष्य में इस तरह की भाषा का प्रयोग न करें, वरना सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

किन-किन बिंदुओं पर मांगी गई थी जानकारी?
बीईओ द्वारा भेजे गए पत्र में संकुल समन्वयकों से 18 तरह की जानकारियां मांगी गई थीं, जिनमें शामिल थे:
- अपार ID जनरेट और शेष छात्रों की जानकारी
- कक्षा पहली में नामांकन हेतु सर्वे
- परीक्षा परिणामों की समीक्षा
- कमजोर प्रदर्शन वाले स्कूलों की सूची
- शराब पीकर स्कूल आने वाले शिक्षकों की जानकारी
- गैर-नियमित रूप से विद्यालय आने वाले शिक्षक
- संस्था में लापरवाही बरतने वाले
- और सबसे विवादास्पद—बदमाशी में संलिप्त शिक्षकों की सूची