
डोंगरगढ़: छत्तीसगढ़ में राजनीतिक और धार्मिक हलकों में हलचल मच गई है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा प्रस्तावित है। दोनों नेता 6 फरवरी और 18 फरवरी को डोंगरगढ़ में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। विशेष रूप से, अमित शाह 6 फरवरी को आचार्य विद्यासागर महाराज के प्रथम समाधि स्मृति महोत्सव में भाग लेने डोंगरगढ़ आ रहे हैं। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी 18 फरवरी को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए डोंगरगढ़ पहुंचेंगे।
अमित शाह का दौरा और कार्यक्रम
6 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का डोंगरगढ़ पहुंचने का समय दोपहर 12:55 बजे तय किया गया है। वह सीधा चंद्रगिरी तीर्थ जाएंगे, जहां आचार्य विद्यासागर महाराज की समाधि स्मृति महोत्सव में भाग लेकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। यह आयोजन जैन धर्म के प्रतिष्ठित संत आचार्य विद्यासागर महाराज की शिक्षाओं और योगदानों को सम्मानित करने के लिए हो रहा है, और लाखों श्रद्धालु इस अवसर पर एकत्रित हो रहे हैं।
इस आयोजन में अमित शाह संत समाज और स्थानीय लोगों से मुलाकात करेंगे और आचार्य विद्यासागर महाराज के आदर्शों पर विचार व्यक्त करेंगे। इसके बाद, केंद्रीय गृह मंत्री डोंगरगढ़ के प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए दोपहर 2:50 बजे पहुंचेंगे। यह मंदिर छत्तीसगढ़ के प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है, और यहां लाखों श्रद्धालु आते हैं।
सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियां
अमित शाह के दौरे के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पुलिस, जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से चौकस हैं। चंद्रगिरी तीर्थ और मां बम्लेश्वरी मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और कार्यक्रम स्थल की साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं का भी ध्यान रखा गया है। स्थानीय प्रशासन ने यातायात व्यवस्था को भी सुचारू रखने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का दौरा
केंद्रीय गृह मंत्री के दौरे के बाद, 18 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी डोंगरगढ़ पहुंच सकते हैं। मोदी के दौरे के दौरान, स्थानीय विकास से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरे को लेकर डोंगरगढ़ के नागरिकों और श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है, और शहर में सजावट की तैयारी की जा रही है।
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