Mahatari Vandana Yojana: महतारी वंदन योजना से 70 हजार महिलाओं के नाम कटे, वजह जानकर चौंक जाएंगे! देखें पूरी डिटेल

रायपुर: Mahatari Vandana Yojana: छत्तीसगढ़ में महिलाओं को हर महीने ₹1000 की आर्थिक सहायता देने वाली महतारी वंदन योजना से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। पहले जहां इस योजना में 70 लाख 27 हजार 154 महिलाओं का पंजीयन हुआ था, अब जांच के बाद करीब 70 हजार महिलाओं के नाम काट दिए गए हैं। आखिर वजह क्या रही? चलिए समझते हैं।
70 हजार नाम क्यों हुए कट?
Mahatari Vandana Yojana New Online Form: जांच में सामने आया कि कई महिलाओं के एक से ज्यादा आवेदन थे। कुछ ने ऑनलाइन भी फॉर्म भरा और ऑफलाइन भी। आंगनबाड़ी केंद्रों में जमा किए गए ऑफलाइन फॉर्म को सुपरवाइजर द्वारा अप्रूव भी कर दिया गया था। ऐसे में एक ही महिला के दो-दो नाम लिस्ट में आ गए थे।
इसके अलावा कई महिलाओं के आधार कार्ड इनऐक्टिव मिले। खासतौर पर जिनके आधार कार्ड 10 साल से ज्यादा पुराने थे, उनका बायोमेट्रिक अपडेट नहीं होने की वजह से सिस्टम ने उन्हें इनऐक्टिव माना। नतीजा — उनका नाम भी लाभार्थियों की सूची से कट गया।
अब कितनी महिलाओं को मिल रहा है लाभ?
70 हजार नाम कटने के बाद अब 69 लाख 63 हजार 621 महिलाएं महतारी वंदन योजना की लाभार्थी हैं। यानी इस योजना के तहत फिलहाल इन्हीं महिलाओं को हर महीने ₹1000 की सहायता राशि दी जा रही है।
सबसे ज्यादा लाभार्थी कहां से हैं?
योजना की पहुंच हर जिले तक है, लेकिन सबसे ज्यादा लाभार्थी रायपुर जिले से हैं। यहां से 5 लाख 29 हजार से ज्यादा महिलाओं को योजना का लाभ मिल रहा है।
अन्य जिलों में लाभार्थियों की संख्या इस प्रकार है:
- बिलासपुर: 4.21 लाख
- दुर्ग: 4 लाख से अधिक
- बलौदाबाजार: 3.26 लाख
- महासमुंद: 3.21 लाख
- कोरबा: 2.92 लाख
- जांजगीर-चांपा: 2.87 लाख
- रायगढ़: 3 लाख से अधिक
- राजनांदगांव: 2.55 लाख
- कबीरधाम: 2.52 लाख
राज्य सरकार ने संकेत दिया है कि जल्द ही महतारी वंदन योजना का पोर्टल दोबारा खोला जाएगा, ताकि वे महिलाएं जिनके नाम कटे हैं और जिनका आधार कार्ड अब ऐक्टिव है, वे दोबारा आवेदन कर सकें।
इसके अलावा, 21 साल से ऊपर और विवाहित महिलाओं को भी इस योजना से जोड़ने की तैयारी है। यानी आने वाले वक्त में और भी महिलाओं को इसका फायदा मिल सकता है।
चुनावी वादा बना सच्चाई
भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2023 में वादा किया था कि महिलाओं को हर महीने ₹1000 दिए जाएंगे। सरकार बनते ही यह वादा पूरा किया गया। अब योजना का लाभ लाखों महिलाएं उठा रही हैं, हालांकि तकनीकी और दस्तावेजी दिक्कतों के चलते कुछ महिलाओं को बाहर होना पड़ा।
महतारी वंदन योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है, लेकिन तकनीकी खामियों और डुप्लिकेट एप्लिकेशन की वजह से कुछ महिलाओं को इससे बाहर होना पड़ा। उम्मीद की जा रही है कि अगली बार जब पोर्टल खुलेगा, तो अधिक पारदर्शिता के साथ हर जरूरतमंद महिला को उसका हक़ मिलेगा।
1. महतारी वंदन योजना से 70 हजार महिलाओं के नाम क्यों काटे गए?
योजना के पंजीकरण के दौरान कई महिलाओं ने एक से अधिक बार आवेदन किया था — ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से। इसके अलावा, कई महिलाओं के आधार कार्ड इनऐक्टिव पाए गए। इन कारणों से जांच के बाद लगभग 70 हजार नाम सूची से हटा दिए गए।
2. फिलहाल कितनी महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है?
जांच और सत्यापन के बाद अब 69 लाख 63 हजार 621 महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत हर माह ₹1000 की राशि दी जा रही है।
3. योजना में सबसे ज्यादा लाभार्थी किस जिले से हैं?
सबसे अधिक लाभार्थी रायपुर जिले से हैं, जहां 5.29 लाख से अधिक महिलाएं योजना का लाभ ले रही हैं। इसके बाद बिलासपुर, दुर्ग, बलौदाबाजार और महासमुंद जैसे जिले हैं।
4. जिन महिलाओं के नाम कटे हैं, क्या वे दोबारा आवेदन कर सकती हैं?
राज्य सरकार जल्द ही महतारी वंदन योजना का पोर्टल दोबारा खोलने जा रही है। जिन महिलाओं के आधार कार्ड अब सक्रिय हैं या जिनके आवेदन में गड़बड़ियां थीं, वे दोबारा आवेदन कर सकती हैं।
5. महतारी वंदन योजना का लाभ कौन-कौन सी महिलाएं ले सकती हैं?
फिलहाल योजना का लाभ 21 वर्ष या उससे अधिक उम्र की विवाहित महिलाओं को मिल रहा है। सरकार जल्द ही और अधिक पात्र महिलाओं को शामिल करने की प्रक्रिया शुरू करने वाली है।