
मगरलोड। ग्राम करेली बड़ी में रेत खदान को बंद कराने आंदोलन में बैठे ग्रामीणों को समर्थन देने पूर्व मंत्री व कुरूद विधायक अजय चंद्राकर धरना स्थल पहुंचे और आंदोलनकारियों का हौसला बढ़ाया।
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि गांव की समस्या को लेकर आंदोलन करना जायज है।आंदोलन शांति पूर्ण होना चाहिए।शासन को ग्रामीणों की मांग को मान लेनी चाहिए।वर्तमान में छत्तीसगढ़ में लगभग 325 रेत खदानों को टेंडर जारी हुआ है।जिसमें अधिकांश रेत घाटों में दूसरे राज्य के लोग चला रहे है।स्थानीय लोगों को कम ही प्राप्त हुआ है।उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि रेत खदान को बंद कराने की मांग को वे विधानसभा में जरूर उठाएंगे ।

बता दे कि करेली बड़ी के रेत घाट को बंद कराने ग्रामीण आठ दिनों से आंदोलन कर रहे। 26 फरवरी को ग्राम के सरपंच ,पंच एवं ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष ने एसपी ऑफिस पहुँचकर आंदोलन को समर्थन नहीं देने आवेदन सौपा गया था। जिससे गांव में तरह -तरह की चर्चा हो रही है। इस दौरान किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र साहू, मेघा मंडल अध्यक्ष होरीलाल साहू,पूर्व जनपद अध्यक्ष श्याम साहू,भूपेन्द्र चंद्राकर,जनपद सदस्य डागेश्वर सोनकर, ग्रामीण यादराम निषाद,कुशल कांत साहू,हुलेश सिन्हा, मिथलेश सिन्हा,जितेन्द्र कुमार, शेखू राम ,हिम्मत राम सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
रॉयल्टी नहीं होने पर भी कार्रवाई नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि रात भर रेत का अवैध परिवहन होता है। हाईवा भी पकड़ा गया, रॉयल्टी नहीं होने के बावजूद गाड़ी पर कोई कार्यवाही नहीं करते हैं इससे ग्रामीणों में आक्रोश है ठेकेदार की मनमानी के चलते ग्रामीण लामबंद होकर रेत खदान बंद कराने आंदोलन कर दिए हैं।