CG Bharti Scam: स्वास्थ्य विभाग में ‘चुपचाप भर्ती’ का खुलासा: बिना अखबार में विज्ञापन, 215 पदों पर हो गई नियुक्ति, अब उठे सवाल

CG Bharti Scam: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग में बिना विज्ञापन प्रकाशित किए 215 से अधिक पदों पर नियुक्ति का मामला सामने आया है, जिससे भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।
बिना विज्ञापन के नियुक्ति का मामला
स्वास्थ्य विभाग ने अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित किए बिना ही 215 से अधिक पदों को भर लिया। चयन के लिए मेरिट (प्रावीण्य) सूची को आधार बनाया गया। यह भर्ती प्रक्रिया राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत मानव संसाधन नीति नियम 2018 के तहत की गई।
नियमों का उल्लंघन
मानव संसाधन नीति नियम 2018 के तहत नियम 15 में स्पष्ट है कि भर्ती प्रक्रिया से संबंधित विज्ञापन दो प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित करना अनिवार्य है। इसमें भर्ती प्रक्रिया, पदों की संख्या, और चयन प्रक्रिया की जानकारी दी जानी चाहिए। लेकिन विभाग ने इस नियम का पालन नहीं किया।
इसके अलावा, नियम 16 के तहत उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा, साक्षात्कार, वॉक-इन-इंटरव्यू या वांछनीय अहर्तता की मेरिट अंक सूची के माध्यम से किया जाना था। विभाग ने इस नियम के तहत मेरिट सूची को आधार बनाया और भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया।
RTI में खुला मामला: बिना विज्ञापन कैसे हो गई भर्ती?
इस पूरे खेल का भांडा RTI कार्यकर्ता लक्ष्मी चौहान ने फोड़ा। उन्होंने कोरबा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) कार्यालय से जानकारी मांगी थी। जवाब में जो दस्तावेज़ सामने आए, उससे खुलासा हुआ कि विभाग ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत संविदा भर्ती की है लेकिन अखबारों में कोई विज्ञापन नहीं दिया।
इससे यह बात साफ हो गई कि जिस प्रक्रिया में सार्वजनिक सूचना अनिवार्य है, उसमें पारदर्शिता को किनारे रखकर गुपचुप तरीके से नियुक्तियां कर दी गईं।
जांच के आदेश
इस मामले की शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मी चौहान ने छत्तीसगढ़ सरकार के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में सचिव से की थी। स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव ने स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ के संचालक को मामले की जांच का आदेश दिया है। साथ ही, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है।
विभाग का पक्ष
इस मसले पर पत्रिका टीम ने जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि विज्ञापन प्रकाशित कराया गया है। हालांकि, जो कटिंग दिखाई गई, वह विज्ञापन नहीं थी, बल्कि प्रेस विज्ञप्ति थी, जो एक कॉलम में एक अखबार में प्रकाशित कराई गई थी। इसी को सीएमएचओ ने विज्ञापन बताया।
स्वास्थ्य विभाग की इस भर्ती प्रक्रिया में नियमों का उल्लंघन हुआ है, जिससे भर्ती की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं। जांच के आदेश दिए गए हैं, और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।