छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सरगुजा क्षेत्र के विकास के लिए बड़ा कदम उठाया है। बीते दिन जशपुर जिले के मयाली में आयोजित सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की पहली बैठक में शामिल होकर सीएम ने अधिकारियों से वन-टू-वन चर्चा की। इस बैठक में सरगुजा के विकास से जुड़े मुद्दों पर गहन समीक्षा की गई। चलिए, इस अहम बैठक के हर पहलू पर नज़र डालते हैं।
सरगुजा विकास का उद्देश्य: आदिवासी क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक स्थिति सुधारना
सरगुजा संभाग, छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख आदिवासी क्षेत्र है, जिसकी सामाजिक और आर्थिक स्थितियों को सुधारने के लिए सरकार ने सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की स्थापना की। इस प्राधिकरण का उद्देश्य है:
- आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विकास।
- पर्यटन को बढ़ावा देना।
- आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान।
प्राधिकरण के माध्यम से सरकार विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन करती है ताकि समाज के हर वर्ग को समान रूप से विकास का लाभ मिल सके।
सरगुजा विकास प्राधिकरण की पहली बैठक: सीएम की प्रमुख घोषणाएँ
मयाली में हुई इस बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई। सीएम विष्णुदेव साय ने प्राधिकरण के सदस्यों से वन-टू-वन मुलाकात की, जिसमें उन्होंने सदस्यों से उनके क्षेत्रों की समस्याओं और मांगों पर चर्चा की।
वन-टू-वन चर्चा का उद्देश्य
इस चर्चा का मुख्य उद्देश्य था:
- स्थानीय समस्याओं का समाधान ढूंढना।
- प्रस्तावित योजनाओं की समीक्षा करना।
- विकास कार्यों में तेजी लाना।
सीएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि जिन योजनाओं पर अब तक काम शुरू नहीं हुआ है, उन्हें निरस्त किया जाएगा, और जो परियोजनाएं प्रगतिरत हैं, उन्हें जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
सरगुजा विकास के लिए बजट बढ़ाने की आवश्यकता
बैठक के दौरान विधायक रेणुका सिंह ने सरगुजा क्षेत्र के लिए बजट बढ़ाने की मांग रखी। उनकी मांग पर सीएम ने प्राधिकरण का बजट 50 करोड़ से बढ़ाकर 75 करोड़ करने की घोषणा की। इस कदम से न केवल क्षेत्र का विकास होगा, बल्कि आवश्यक संसाधनों की भी पूर्ति की जा सकेगी।
मयाली में पर्यटन को बढ़ावा
मयाली में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए सीएम ने 10 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि की घोषणा की है। इस फंड का उपयोग मयाली क्षेत्र के पर्यटन स्थलों के विकास में किया जाएगा। इससे न सिर्फ पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।
सरगुजा के चहुंमुखी विकास की दिशा
बैठक में सीएम विष्णुदेव साय ने जोर देकर कहा कि छत्तीसगढ़ का विकास हर क्षेत्र में हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल से ही आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए कदम उठाए गए हैं। उन्होंने प्राधिकरण की स्थापना की, ताकि विकास के कार्य तेजी से पूरे हो सकें।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की पहल
डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में सरगुजा के कोने-कोने में विकास की योजनाएं पहुंचाई गईं। सरकार का उद्देश्य था कि प्रदेश के हर वर्ग को समान विकास का लाभ मिले, चाहे वह अनुसूचित जाति हो, जनजाति हो या फिर अन्य पिछड़ा वर्ग। सरकार की ये योजनाएं अब भी सफलतापूर्वक चल रही हैं।
वर्तमान सरकार की प्राथमिकताएँ
सीएम विष्णुदेव साय ने बताया कि उनकी सरकार का भी यही उद्देश्य है कि बस्तर से लेकर सरगुजा तक हर क्षेत्र को विकसित किया जाए। इसके लिए जहां जरूरत होगी, वहां प्राधिकरण के जरिए विकास कार्य कराए जाएंगे, चाहे वह सड़क हो, शिक्षा हो या स्वास्थ्य सेवाएं।
प्राधिकरण का विस्तृत कार्यक्षेत्र
सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण सिर्फ बुनियादी सुविधाओं तक सीमित नहीं है। इसके कार्यक्षेत्र में निम्नलिखित पहल शामिल हैं:
- शिक्षा का विस्तार: स्कूलों और कॉलेजों की स्थापना।
- स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर उपलब्धता: अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना।
- सड़क और परिवहन: नए मार्गों का निर्माण और पुराने मार्गों की मरम्मत।
- आर्थिक विकास: स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से स्थानीय युवाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना।
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार
सरगुजा जैसे आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा की स्थिति में सुधार लाना एक बड़ी चुनौती है। सीएम ने इसके लिए भी ठोस कदम उठाने की बात कही है। नई शिक्षा योजनाओं के तहत स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।
स्वास्थ्य सेवाओं की प्राथमिकता
सीएम ने यह भी घोषणा की कि क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड किया जाएगा और नए अस्पतालों की स्थापना की जाएगी। इसका उद्देश्य है कि आदिवासी क्षेत्रों के लोगों को इलाज के लिए बड़े शहरों में जाने की जरूरत न पड़े।
भारत सरकार की योजनाओं का लाभ
सीएम विष्णुदेव साय ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी सरकार भारत सरकार की योजनाओं को भी इन क्षेत्रों में पूरी तरह लागू कर रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत मिशन जैसी योजनाओं को यहां के हर परिवार तक पहुंचाया जा रहा है।
विकास कार्यों की समीक्षा
बैठक में विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए सीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जो काम लंबित हैं, उन्हें शीघ्र पूरा किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जो काम अब तक शुरू नहीं हुए हैं, उन्हें निरस्त कर दिया जाए ताकि समय और संसाधनों की बर्बादी न हो।
प्रमुख विकास कार्य
बैठक में जिन विकास कार्यों की समीक्षा की गई, उनमें प्रमुख थे:
- सड़क निर्माण
- स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
- शिक्षा योजनाएं
- पर्यटन का विकास
इन सभी कार्यों पर बारीकी से नजर रखी गई और उनकी प्रगति का आकलन किया गया।