छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में SECL कर्मचारी ने सोमवार को अपने गले की नस ब्लेड से काट ली और रेण नदी में कूद गया। कर्मचारी के शव को DDRF की टीम ने 3 घंटे की मशक्कत के बाद नदी से बरामद कर लिया है। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। घटना जयनगर थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम बिंझिया, जयनगर निवासी बसंत रामा सिरदार (57) लंबे समय से ससुराल ग्राम पेंडरखी में रह रहा था। बसंत राम सिरदार SECL की खदान में रेग्यूलर कर्मचारी था। वह सोमवार सुबह घर से नदी की ओर जाने के नाम पर निकला था। काफी देर तक वह नहीं लौटा तो परेशान परिजन उसे खोजते हुए रेण नदी के पास पहुंचे। रेण नदी के बाहर कपड़े और जूते दिखाई दिए, लेकिन बसंत सिरदार का पता नहीं चला।
डीडीआरएफ की टीम ने निकाला शव
परिजनों ने घटना की सूचना जयनगर थाने को दी। रेण नदी में ज्यादा पानी होने के कारण पुलिस ने बसंत राम सिरदार के डूब जाने की आशंका को देखते हुए सूचना जिला सेनानी संजय गुप्ता को दी। DDRF प्रभारी बीरबल गुप्ता के नेतृत्व में गोताखारों की टीम मौके पर पहुंची। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बसंत राम सिरदार के शव को नदी से बाहर निकाला लिया गया।
गला काटकर नदी में कूदा
पुलिस ने शव का मौके पर पंचनामा किया। बसंत सिरदार का गला कटा हुआ मिला। उसके गले से खून निकल रहा था। मौके पर ब्लेड भी पड़ा था। आशंका है कि बसंत राम सिरदार ने आत्महत्या करने के लिए पहले ब्लेड से खुद का गला काट लिया और बाद में नदी में कूद गया। कर्मचारी ने आत्महत्या क्यों की, इसे लेकर पूछताछ की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।