CGMSC घोटाला: EOW-ACB की तीन शहरों में छापेमारी, 16 ठिकानों पर कार्रवाई जारी,100 गुना ज्यादा किया गया भुगतान

रायपुर- CGMSC Scam: छत्तीसगढ़ मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन (CGMSC) के करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार मामले में EOW-ACB की टीम ने रायपुर, दुर्ग और पंचकुला में छापेमारी की है। इस छापेमारी में मोक्षित कार्पोरेशन सहित अन्य दवा सप्लायर और CGMSC के अधिकारियों के ठिकानों पर कार्रवाई की जा रही है। कार्यवाही अभी भी जारी है, और यह पूरे मामले की जांच के लिए EOW-ACB को सौंपे जाने के बाद की जा रही है।
660 करोड़ की अनावश्यक खरीदी और आरोप
यह मामला तब सामने आया जब छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में 660 करोड़ रुपये की गैरजरूरी रिऐजेंट की खरीदी का मुद्दा जोर-शोर से उठा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस पर सदन में बयान दिया और पूरे मामले की जांच EOW-ACB से कराने की घोषणा की। मंत्री के मुताबिक, इस खरीदारी में बर्बाद हुए 28 करोड़ रुपये के रिऐजेंट भी शामिल थे, जो बाद में और खराब हो गए थे।
बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ विधायक धरमलाल कौशिक ने विधानसभा में आरोप लगाया था कि CGMSC द्वारा की गई दवा और रिऐजेंट की खरीदी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि इस खरीदी में वह सामग्री खरीदी गई, जिसकी ना तो कोई जरूरत थी और ना ही डिमांड की गई थी।
मंत्री का जवाब और जांच की घोषणा
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सदन में बयान देते हुए कहा कि पूरे मामले की जांच EOW द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि मोक्षित कंपनी के द्वारा आपूर्ति किए गए रिऐजेंट की खरीदी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की बात सामने आई है, और जांच से सभी तथ्यों का खुलासा होगा।
दरअसल, यह मामला एक सुनियोजित भ्रष्टाचार का प्रतीक बन गया है, जो अब राज्य सरकार की जांच एजेंसियों के सामने चुनौती बन चुका है। EOW-ACB की कार्रवाई से यह साफ है कि सरकार इस घोटाले को गंभीरता से ले रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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