छत्तीसगढ़

CG B.Ed-D.El.Ed Fees: छात्र-छात्राओं से ज्यादा फीस की वसूली, B.ED की फीस हुआ तय, एक्स्ट्रा फीस लेने पर होगी कार्रवाई…

CG B.Ed-D.El.Ed Fees: छत्तीसगढ़ के बीएड और डीएलएड कॉलेजों में जल्द ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने वाली है। प्री बीएड की परीक्षा जून में होनी है और इसी के साथ एक बार फिर कॉलेजों द्वारा ज्यादा फीस वसूली का मुद्दा सामने आया है। छात्रों को अब सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि इस बार फीस को लेकर नियम साफ हैं और गड़बड़ी पर सीधे कार्रवाई की जाएगी।

हर साल दोहराई जाती है ये कहानी, अब छात्रों को करना होगा जागरूक

राज्य में हर साल बीएड और डीएलएड में एडमिशन के दौरान कॉलेज तय फीस से ज्यादा रकम वसूलते हैं। छात्रों को सटीक जानकारी नहीं होती, इसलिए वे अतिरिक्त पैसे दे देते हैं। मगर इस बार छत्तीसगढ़ निजी व्यावसायिक शिक्षण संस्था अधिनियम के तहत गठित प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति ने फीस तय कर दी है और साफ कर दिया है कि इसके ऊपर एक रुपया भी लेना गैरकानूनी होगा।

कितनी तय की गई है फीस?

2025-26 सत्र के लिए बीएड कोर्स की फीस 31,670 रुपये से 34,697 रुपये के बीच तय की गई है। ये फीस ट्यूशन और शैक्षणिक मदों के लिए है। इसके अलावा कोई भी कॉलेज छात्र से यूनिफॉर्म, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लाइब्रेरी कार्ड, खेलकूद, स्किल लैब, NSS या किसी अन्य नाम पर फीस नहीं वसूल सकता।

फिर भी कई कॉलेज वसूलते हैं 60 हजार से 1 लाख तक

जानकार बताते हैं कि राज्य के कई कॉलेज अब भी छात्रों से 60 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक वसूलते हैं। यह पैसे ‘यूनिफॉर्म’, ‘इंफ्रास्ट्रक्चर’, ‘एक्टिविटीज’ जैसे बहानों के नाम पर लिए जाते हैं। कुछ कॉलेजों ने तो फीस दोगुनी करने की मांग भी की थी, लेकिन समिति ने राज्य की प्रति व्यक्ति आय और अन्य राज्यों की तुलना के आधार पर फीस को सीमित रखा है।

छात्रों के लिए जरूरी बातें – क्या करें और क्या न करें

  • छात्रावास, मेस और ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं वैकल्पिक हैं। जबरदस्ती नहीं की जा सकती।
  • कॉलेज सिर्फ ट्यूशन फीस और 2000 रुपये काशन मनी ही ले सकता है, जो छात्र संस्था छोड़ने पर वापस की जाएगी।
  • यदि कोई कॉलेज ट्यूशन फीस के अलावा कोई और फीस वसूलता है, तो वह सूचना नोटिस बोर्ड, वेबसाइट और प्रॉस्पेक्टस में पहले से देनी होगी।
  • छात्रों को काउंसलिंग की अंतिम तिथि के 5 दिन पहले अगर एडमिशन कैंसिल करना है, तो लिखित में आवेदन देना जरूरी है, तभी फीस वापसी हो सकती है।
  • देर से फीस जमा करने पर 10 रुपये प्रतिदिन (पहले महीने) और 15 रुपये प्रतिदिन (दूसरे महीने) से अधिक पेनल्टी नहीं लगाई जा सकती।

ज्यादा फीस ली तो होगी कार्रवाई, अब छात्रों की बारी

प्रवेश और फीस विनियामक समिति ने साफ किया है कि तय फीस से अधिक वसूली को कैपिटेशन फीस माना जाएगा, जो गैरकानूनी है। ऐसी स्थिति में कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। छात्रों को सलाह दी गई है कि अगर उनसे ज्यादा फीस ली जा रही है, तो तुरंत शिकायत करें।

अब वक्त है कि छात्र भी जागरूक बनें और अपने हक के लिए आवाज उठाएं। ज्यादा पैसे देकर चुप रहने का जमाना गया, अब हर रुपये का हिसाब मांगिए।

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