CG Teacher Bharti: छत्तीसगढ़ में 57 हजार शिक्षकों की भर्ती को लेकर डोनाल्ड ट्रंप को लिखा गया पत्र, मुंगेली में निकाली गई रैली

CG Teacher Bharti: छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की भारी कमी और शिक्षा व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर अब आवाजें बुलंद होती जा रही हैं। 57 हजार शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर लंबे समय से चल रही मांग ने अब नया मोड़ ले लिया है। मुंगेली जिले में जहां प्रशिक्षित डीएड-बीएड अभ्यर्थियों ने रैली निकालकर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई, वहीं चंद्रखुरी निवासी सूरज मानिकपुरी ने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचा दिया है।
डोनाल्ड ट्रंप को भेजा गया पत्र, छत्तीसगढ़ में 57 हजार शिक्षकों की भर्ती की अपील
CG Teacher Bharti Letter sent to Donald Trump: सूरज मानिकपुरी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक चिट्ठी लिखकर छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की भर्ती का मुद्दा उठाया है। अपने पत्र में सूरज ने लिखा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप ‘परम मित्र’ हैं, ऐसे में ट्रंप को अपने मित्र मोदी से यह कहना चाहिए कि वे छत्तीसगढ़ में घोषित 57 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को तत्काल शुरू कराएं। यह भर्ती ‘मोदी की गारंटी’ का हिस्सा है, जिसे पूरा किया जाना चाहिए।

मुंगेली में डीएड-बीएड प्रशिक्षितों ने निकाली रैली, सौंपा ज्ञापन
Teacher Vacancy 2025 Update: इधर, मुंगेली जिले में कला संकाय प्रशिक्षित डीएड-बीएड कल्याण संघ ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकालते हुए अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। प्रमुख मांगों में 57 हजार शिक्षकों की शीघ्र भर्ती और साल 2008 के स्कूल सेटअप की बहाली शामिल है। संघ ने साफ शब्दों में कहा कि यदि सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।
16 महीने बीत गए, लेकिन भर्ती का कोई अता-पता नहीं
Teacher Recruitment 2025: ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने 57 हजार शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था। लेकिन सत्ता में आए 16 महीने गुजर चुके हैं और अब तक कोई भर्ती विज्ञापन तक जारी नहीं किया गया है। इस लापरवाही से हजारों प्रशिक्षित युवा मानसिक तनाव और निराशा से जूझ रहे हैं।

4000 स्कूल बंद, 45 हजार पद खत्म करने की तैयारी!
CG School Setup 2008: संघ ने सरकार पर यह गंभीर आरोप भी लगाया है कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर लगभग 4000 स्कूलों को बंद करने की योजना है। इसके साथ ही 2008 के स्कूल सेटअप के तहत तय किए गए करीब 45,000 शिक्षकों के पद भी खत्म किए जा रहे हैं। इससे न सिर्फ शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा, बल्कि बच्चों की पढ़ाई भी बुरी तरह प्रभावित होगी।
नया स्कूल सेटअप शिक्षकों पर भारी बोझ
संघ ने सरकार के नए स्कूल सेटअप को पूरी तरह अव्यवहारिक बताया है। उनका कहना है कि एक शिक्षक और एक प्रधानपाठक के भरोसे 60 बच्चों की पांच कक्षाएं कैसे संचालित होंगी? माध्यमिक स्कूलों में भी हालात चिंताजनक हैं — 60 बच्चों पर सिर्फ 3 शिक्षक और पढ़ानी हैं 18 कक्षाएं। यह व्यवस्था शिक्षकों पर भारी मानसिक और कार्यभार डाल रही है।
आंदोलन की चेतावनी: “अब चुप नहीं बैठेंगे”
डीएड-बीएड कल्याण संघ के संरक्षक जितेंद्र यादव, महामंत्री कुमार यादव और कोषाध्यक्ष द्रमणि वर्मा ने साफ कर दिया है कि अब आंदोलन होगा। अगर सरकार ने समय रहते ठोस निर्णय नहीं लिया, तो प्रदेश भर के लाखों प्रशिक्षित बेरोजगार युवा सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे।