छत्तीसगढ़ के विधायक के पीए के घर में घुसा तेंदुआ, गांव में मचा हड़कंप, दो घंटे तक चला ऑपरेशन

कांकेर: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर इलाके में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक तेंदुआ सीधे एक घर में घुस आया। खास बात ये कि ये घर किसी आम आदमी का नहीं, बल्कि क्षेत्रीय विधायक सावित्री मंडावी के निज सहायक मोहन मंडावी का है। यह घटना ग्राम बागडोंगरी की है, जहां दोपहर करीब एक बजे के आसपास तेंदुआ घर में दाखिल हुआ।
तेंदुआ घुसा, लोग घबराए, गांव में भगदड़ जैसा माहौल
जैसे ही तेंदुए के घर में घुसने की खबर फैली, इलाके में सनसनी फैल गई। गांव वाले डर के मारे घरों में कैद हो गए, जबकि कुछ लोग रेस्क्यू ऑपरेशन देखने के लिए मौके पर भीड़ बनाकर खड़े हो गए। ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को खबर दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया।
रेस्क्यू टीम की मशक्कत, दो घंटे तक चला ऑपरेशन
वन विभाग की टीम ने पूरे इलाके को घेर लिया और आसपास के ग्रामीणों को अलर्ट किया गया। उन्हें घरों से बाहर न निकलने की सख्त हिदायत दी गई। तेंदुए को सुरक्षित बाहर निकालने की हरसंभव कोशिश की गई, लेकिन वह घर के भीतर ही छिपा बैठा रहा।
लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुआ आखिरकार घर से बाहर निकला और भागते हुए जंगल की ओर चला गया। रेस्क्यू टीम ने राहत की सांस ली, वहीं ग्रामीणों ने भी ईश्वर का धन्यवाद किया कि किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
जंगल से रिहायशी इलाकों की ओर क्यों बढ़ रहे हैं जंगली जानवर?
पिछले कुछ दिनों से कांकेर जिले में जंगली जानवरों की हलचल काफी बढ़ गई है। लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं कि तेंदुए, भालू जैसे जानवर रिहायशी इलाकों में आ रहे हैं। इससे ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है। वन विभाग की टीम भी इस बात को लेकर सतर्क है और गांवों में लगातार निगरानी रख रही है।
वन विभाग ने क्या कहा?
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जंगलों में तेजी से हो रहे बदलाव और इंसानी दखल के कारण जानवर रिहायशी इलाकों की तरफ भटक रहे हैं। विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और ऐसी किसी भी स्थिति में तुरंत सूचना दें।
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