CG Coal Scam: “रानू का फूलों से स्वागत” – कोयला घोटाला में जमानत पर जेल से रिहाई के बाद घर पहुंचीं पूर्व IAS, परिजनों और नौकरों ने बिछाए फूल

रायपुर, 31 मई 2025: CG Coal Scam: कोल और डीएमएफ घोटाले में गिरफ्तारी के बाद पूर्व IAS अधिकारी रानू साहू को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने पर रायपुर सेंट्रल जेल से रिहा किया गया। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में रही उनकी घर वापसी का वो लम्हा, जब रानू देवेंद्र नगर स्थित अपने पति के सरकारी आवास पहुंचीं और घर के भीतर परिजनों व घरेलू स्टाफ ने फूल बिछाकर उनका स्वागत किया।

जेल से निकली घर में हुआ शाही अंदाज़ में स्वागत

सुबह-सुबह जैसे ही रायपुर सेंट्रल जेल के पिछले गेट से रानू साहू बाहर निकलीं, उन्हें मीडिया की नजरों से बचाकर सीधे एक सरकारी वाहन में बैठाकर उनके घर ले जाया गया। साथ में दो बड़े ट्रैवल बैग थे, जो महीनों की जेल यात्रा की गवाही दे रहे थे।

लेकिन जो बात सबका ध्यान खींच गई, वह थी उनके घर लौटने पर हुआ स्वागत। जैसे ही वो देवेंद्र नगर स्थित IAS कॉलोनी के बंगले में पहुंचीं, परिजनों और घर के नौकरों ने स्वागत में फूल बिछा दिए थे। कमरे में घुसते ही रानू को एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जो शायद उन्होंने भी उम्मीद नहीं की थी।

आईएएस पति जयप्रकाश मौर्य के घर लौटना, फिर अंदर बिछे फूलों पर कदम रखना—ये सब कुछ एक तरह से रानू साहू के लिए भावनात्मक क्षण रहा। किसी भी प्रतिक्रिया से बचते हुए, वह सीधे घर के अंदर चली गईं।

शर्तों के साथ मिली जमानत, जल्द राज्य से बाहर होंगी शिफ्ट

हालांकि सुप्रीम कोर्ट से मिली यह ज़मानत स्थायी नहीं है, बल्कि अंतरिम है और सख्त शर्तों के साथ दी गई है। रानू साहू समेत सभी रिहा अफसरों को छत्तीसगढ़ राज्य से बाहर रहना होगा, और पासपोर्ट कोर्ट में जमा करना अनिवार्य है।

अब अगला कदम होगा – राज्य से बाहर शिफ्ट होना। लेकिन फिलहाल जिस तरह से फूलों से उनका स्वागत किया गया, उसने एक बात तो तय कर दी है—रानू साहू भले ही प्रशासन से बाहर हों, लेकिन अपने घर में उनका सम्मान बरकरार है।

सोशल मीडिया पर भी चर्चा

रिहाई के बाद रानू का फूलों से हुआ स्वागत सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है।

अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में जब रानू राज्य से बाहर जाएंगी, तो उनके भविष्य की दिशा क्या होगी। लेकिन फिलहाल, IAS कॉलोनी का वो बंगला, जहां पर फर्श पर फूल बिछाए गए थे, एक नई कहानी बयां कर रहा है।

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Ravi Pratap Pandey

रवि पिछले 7 वर्षों से छत्तीसगढ़ में सक्रिय पत्रकार हैं। उन्होंने राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर गहराई से रिपोर्टिंग की है। जमीनी हकीकत को उजागर करने और आम जनता की आवाज़ को मंच देने के लिए वे लगातार लेखन और रिपोर्टिंग करते रहे हैं।

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