Dhamtari District Hospital: धमतरी जिला अस्पताल में 7 डॉक्टरों का ने दिया इस्तीफा, 3 ने लिया स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति, मरीज बेहाल

Dhamtari District Hospital: धमतरी का जिला अस्पताल इन दिनों डॉक्टर संकट से जूझ रहा है। जहां एक ओर अस्पताल में रोजाना सैकड़ों मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ डॉक्टरों की भारी कमी से स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। बीते कुछ महीनों में 10 डॉक्टरों ने अस्पताल छोड़ दिया, जिसमें से 7 ने इस्तीफा दिया और 3 ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले ली है।
अस्पताल में अब सिर्फ 24 डॉक्टर बचे
धमतरी जिला अस्पताल में कुल 35 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन अब सिर्फ 24 डॉक्टर ही ड्यूटी पर हैं। इससे बचे हुए डॉक्टरों पर दोगुना वर्क लोड आ गया है। सीएमएचओ ने जानकारी दी कि डॉक्टरों की कमी को देखते हुए फिलहाल एक्स्ट्रा ड्यूटी लगाकर स्थिति को संभालने की कोशिश की जा रही है।

इन डॉक्टरों ने छोड़ी नौकरी?
इस्तीफा देने वालों में कई विशेषज्ञ शामिल हैं, जिनके जाने से इलाज में सबसे ज़्यादा दिक्कत आ रही है। इस्तीफा देने वाले प्रमुख डॉक्टरों में शामिल हैं:
- डॉ. विभोर नंदा (सर्जन)
- डॉ. आशीष खालसा (नेत्र रोग विशेषज्ञ)
- डॉ. आशीष अग्रवाल (शिशु रोग विशेषज्ञ)
- डॉ. एस. मधुप (त्वचा रोग विशेषज्ञ)
- डॉ. उत्कर्ष नंदा (सर्जन)
- डॉ. यश साहू
- डॉ. कृतिका नाथ चटर्जी (पैथोलॉजिस्ट)
इसके अलावा डॉ. टी.आर. ध्रुव और डॉ. संजय वानखेड़े जुलाई और अगस्त में रिटायर होने वाले हैं, जिससे आने वाले समय में संकट और गहरा सकता है।
मरीजों की बढ़ीं परेशानियां
अस्पताल में आम दिनों में 300 से ज्यादा मरीज ओपीडी में आते हैं, जबकि बारिश के मौसम में यह संख्या 500 के पार पहुंच जाती है। अब हालत यह है कि विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को या तो प्राइवेट हॉस्पिटल का रुख करना पड़ रहा है या फिर उचित इलाज के बिना लौटना पड़ रहा है।
स्त्री रोग, बीपी, शुगर, हृदय रोग, एनीमिया, नाक-कान-गला और मानसिक रोग जैसे मामलों में विशेषज्ञ डॉक्टर न होने से इलाज बाधित हो रहा है।
अस्पताल में इन विशेषज्ञों की भारी कमी
धमतरी जिला अस्पताल में इस समय इन विशेषज्ञ डॉक्टरों की सबसे ज्यादा ज़रूरत है:
- स्त्री रोग विशेषज्ञ – 1
- सर्जन – 2
- शिशु रोग विशेषज्ञ – 2
- निश्चेतना विशेषज्ञ – 1
- पैथोलॉजिस्ट – 1
- नाक-कान-गला विशेषज्ञ – 1
- अस्थि रोग विशेषज्ञ – 1
- मनोचिकित्सक – 2
कुल मिलाकर 11 विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी अस्पताल झेल रहा है।
डॉक्टर क्यों छोड़ रहे हैं सरकारी नौकरी?
सीएमएचओ ने माना कि जिला अस्पताल में काम का दबाव बहुत अधिक है, जिसके कारण कई डॉक्टर नौकरी छोड़ रहे हैं। साथ ही कुछ डॉक्टर निजी प्रैक्टिस या खुद का नर्सिंग होम चलाने की योजना के चलते भी इस्तीफा दे रहे हैं। शासन को इस बारे में अवगत करा दिया गया है और जल्द ही विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति का भरोसा भी दिलाया गया है।
कलेक्टर बोले – जल्द मिलेगी राहत
धमतरी कलेक्टर ने बताया कि जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के प्रयास जारी हैं। राज्य शासन से डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए अनुरोध किया गया है, जल्द ही खाली पदों को भरा जाएगा।