खुद को सोशल मीडिया पर बदनाम करवाते थे छत्तीसगढ़ के ये भाजपा विधायक जी! हर महीने 15,000 देते थे सैलरी, पीएम मोदी तक पहुंची शिकायत

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। वैशाली नगर विधानसभा से भाजपा विधायक रिकेश सेन पर आरोप है कि वे खुद को सोशल मीडिया में बदनाम करने के लिए एक व्यक्ति को पैसे देते थे। और यह कोई मज़ाक या साजिश नहीं, बल्कि खुद शिकायतकर्ता ने यह बात सरकारी दस्तावेजों और शिकायत पत्र में कही है।
खुद को ट्रोल करवाने के लिए नौकरी पर रखा गया!
Bhilai MLA Rikesh Sen: शिकायतकर्ता अली हुसैन सिद्दीकी का दावा है कि उन्हें विधायक ने सिर्फ इसलिए 15,000 रुपये मासिक वेतन पर नौकरी दी थी ताकि वे सोशल मीडिया में निगेटिव प्रचार करते रहें। उनका कहना है कि विधायक जी खुद को सोशल मीडिया में चर्चा में बनाए रखने के लिए इस तरह का प्रचार करवाते थे, ताकि जनता की नजर में वे हमेशा एक्टिव और विवादों में दिखें।
17 महीने से नहीं मिला वेतन, अब पीएम तक पहुंची बात
Social Media Defamation: सिद्दीकी का आरोप है कि उन्हें पिछले 17 महीनों से एक भी रुपये का भुगतान नहीं किया गया है। जब उन्होंने पैसा मांगा, तो विधायक जी ने देने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने सहायक श्रम आयुक्त को लिखित शिकायत दी, जिसमें पूरी कहानी विस्तार से बताई गई।
एक निजी मिडिया चैनल के इंटरव्यू में खुद विधायक ने किया था खुलासा
छत्तीसगढ़ के वैशाली नगर से भाजपा विधायक रिकेश सेन पर लगे आरोपों में नया मोड़ उन्होंने एक निजी मीडिया चैनल के इंटरव्यू में खुद जानकारी दिए थे कि उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी आलोचना करवाने के लिए एक व्यक्ति को नौकरी पर रखा था। उसे हर महीने 15,000 रुपये सैलरी दी जाती थी ताकि वह निगेटिव प्रचार कर उन्हें चर्चा में बनाए रखे। हालाकि उन्होंने कर्मचारी का नाम नहीं बताया था, अब अपने आप को भाजपा विधायक के कर्मचारी बयान वाले अली हुसैन सिद्दीकी ने वेतन न मिलने पर श्रम आयुक्त से शिकायत की है और मामला पीएम मोदी तक पहुंचा है।
विधायक ने खुद किया खुलासा देखे वीडियो:–
पीएम मोदी समेत कई बड़े नेताओं को भेजी शिकायत
मामला यहीं नहीं रुका। अली हुसैन सिद्दीकी ने सिर्फ श्रम विभाग ही नहीं, बल्कि देश के सबसे बड़े नेताओं तक अपनी बात पहुंचाई है। जिन लोगों को उन्होंने शिकायत पत्र भेजा है, उनमें शामिल हैं –
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, बीएल संतोष, शिव प्रकाश, नितिन नबीन, विष्णुदेव साय, और डॉ. रमन सिंह।
विधायक की चुप्पी और सोशल मीडिया पर हंगामा
BJP MLA Rakesh Sen spends Rs 15,000 every month to defame himself: फिलहाल विधायक रिकेश सेन की ओर से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन सोशल मीडिया पर यह मामला तेज़ी से वायरल हो रहा है। कई लोग हैरान हैं कि कोई नेता खुद को बदनाम करवाने के लिए बाकायदा सैलरी पर कर्मचारी रख सकता है।
पब्लिसिटी का नया फॉर्मूला या साजिश?
अब यह मामला क्या सच में वैसा ही है जैसा सिद्दीकी दावा कर रहे हैं या फिर इसके पीछे कोई दूसरी राजनीति है, यह जांच का विषय है। लेकिन एक बात साफ है – नेताओं की छवि और सोशल मीडिया की दुनिया अब केवल प्रचार तक सीमित नहीं रह गई है। “नेगेटिविटी में भी पब्लिसिटी” अब एक अलग ट्रेंड बनता जा रहा है।
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