राजधानी रायपुर में बांग्लादेशी परिवार गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेज पर रह रहे थे, जब सच सामने आया तो पता चला उनका कारोबार

रायपुर। राजधानी के टिकरापारा थाना क्षेत्र से एक बड़ा खुलासा हुआ है, जहां सालों से चोरी-छिपे रह रहे एक बांग्लादेशी परिवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह परिवार फर्जी दस्तावेज के सहारे रायपुर में रह रहा था और जीवनयापन के लिए अंडा ठेले का कारोबार करता था।

टिकरापारा पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपी मोहम्मद दिलावर खान, उसकी पत्नी परवीन बेगम और उनके बच्चे मूल रूप से बांग्लादेश के मुंशीगंज थाना क्षेत्र के मुख्तारपुर गांव के निवासी हैं। ये सभी धर्मनगर इलाके में एक किराए के मकान में रह रहे थे।

फर्जी पहचान के सहारे भारत में प्रवेश करने और लंबे समय तक रहकर स्थानीय कारोबार शुरू करने की जानकारी पुलिस को मुखबिर से मिली। इसके बाद टीम ने दबिश देकर पूरे परिवार को हिरासत में लिया और दस्तावेजों की जांच की, जिसमें उनकी पहचान उजागर हो गई।

STF की निगरानी में चल रहा है अभियान

इस कार्रवाई के पीछे प्रदेश सरकार की नई सख्ती भी है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि राज्य के सभी जिलों में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान की जाएगी। इसी दिशा में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का गठन किया गया है और हर जिले में पुलिस को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

इस कार्रवाई के बाद पुलिस अन्य संदिग्धों की तलाश में भी जुट गई है। पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया है कि आरोपी बांग्लादेश से भारत में घुसने के बाद अलग-अलग राज्यों में भटकते हुए रायपुर पहुंचे थे।

फिलहाल पुलिस ने परिवार को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही उनके भारत में प्रवेश के रास्तों और स्थानीय नेटवर्क की भी जांच की जा रही है। यह देखना बाकी है कि इस गिरफ़्तारी के बाद राजधानी में रह रहे अन्य अवैध नागरिकों को पकड़ने में STF को कितनी कामयाबी मिलती है।

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Ravi Pratap Pandey

रवि पिछले 7 वर्षों से छत्तीसगढ़ में सक्रिय पत्रकार हैं। उन्होंने राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर गहराई से रिपोर्टिंग की है। जमीनी हकीकत को उजागर करने और आम जनता की आवाज़ को मंच देने के लिए वे लगातार लेखन और रिपोर्टिंग करते रहे हैं।

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