बिलासपुर महापौर के साथ 11 लोगों को कोर्ट का नोटिस, कांग्रेस महापौर प्रत्याशी ने दायर की है याचिका…

बिलासपुर। नगर निगम चुनाव को भले ही महीने बीत गए हों, लेकिन सियासी खिचड़ी अब भी गर्म है। अब मामला पहुंच चुका है कोर्ट के दरवाज़े तक, और सीधे निशाने पर हैं बीजेपी की महापौर पूजा विधानी।
कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी प्रमोद नायक ने जिला न्यायालय में याचिका दाखिल की है। आरोप ये है कि पूजा विधानी ने चुनाव के दौरान फर्जी जाति प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया और निर्धारित चुनाव खर्च से कहीं ज्यादा – करीब 1 करोड़ 5 लाख रुपये खर्च किए। नियम के मुताबिक, एक प्रत्याशी सिर्फ 25 लाख तक ही खर्च कर सकता है।
इस याचिका पर सुनवाई करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी ने महापौर पूजा विधानी, जिला कलेक्टर, ऑब्जर्वर, एडिशनल कलेक्टर, निर्वाचन आयुक्त समेत 11 लोगों को नोटिस थमा दिया है। अब देखना होगा कि ये मामला आगे कितना तूल पकड़ता है। अगली सुनवाई की तारीख 5 मई तय की गई है।
क्या मांगा है याचिकाकर्ता ने?
प्रमोद नायक की याचिका सिर्फ आरोपों तक सीमित नहीं है। उन्होंने कोर्ट से साफ मांग की है कि पूजा विधानी का निर्वाचन रद्द किया जाए और उन्हें (प्रमोद नायक) को विजेता घोषित किया जाए।
भारी मतों से जीती थीं पूजा विधानी
बिलासपुर नगर निगम चुनाव में पूजा विधानी ने भारी अंतर से जीत दर्ज की थी। उन्हें 1,52,011 वोट मिले थे, जबकि प्रमोद नायक को 85,944 मत मिले थे। यानी पूजा विधानी ने 66,067 वोटों के अंतर से कांग्रेस को पटखनी दी थी।
चुनाव प्रचार के दौरान भी पूजा विधानी के जाति प्रमाण पत्र को लेकर सवाल उठे थे, लेकिन तब मामला शांत रहा। अब कोर्ट में याचिका दायर होने के बाद ये विवाद फिर से चर्चा में आ गया है।