DSP Wife Viral Video: छत्तीसगढ़ में DSP की पत्नी ने सरकारी नीली बत्ती लगी गाड़ी में स्टंट कर मनाया बर्थडे वीडियो वायरल, कांग्रेस ने कहा ‘DSP की पत्नी होने के कई फायदे हैं’

रायपुर: DSP Wife Viral Video: छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज में एक अजीबोगरीब नज़ारा देखने को मिला, जहां नीली बत्ती लगी सरकारी गाड़ी पर कुछ महिलाएं खुलेआम स्टंट करती नजर आईं। ये सब कुछ सड़क पर चलती गाड़ी के बोनट पर हुआ और इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
DSP की बताई जा रही है गाड़ी, वीडियो में बोनट पर बैठी महिलाएं
मामले में जो वीडियो सामने आया है, उसमें साफ देखा जा सकता है कि कुछ महिलाएं नीली बत्ती लगी सरकारी गाड़ी के बोनट पर बैठकर न सिर्फ स्टंट कर रही हैं, बल्कि केक काटकर सेलिब्रेशन भी कर रही हैं। बताया जा रहा है कि ये गाड़ी छत्तीसगढ़ पुलिस की 12वीं बटालियन में पदस्थ DSP तस्लीम आरीफ की है।
अब जरा सोचिए — जिस गाड़ी पर कानून का रोब होना चाहिए, उस पर खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। स्टंट करने वाली महिलाओं के पास कोई सेफ्टी नहीं, हेलमेट नहीं, बस बोनट पर बैठकर रुतबा दिखा रही हैं।
कानून के रखवाले ही तोड़ रहे नियम?
एक तरफ सरकार सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों को लेकर आम जनता को लगातार जागरूक करने की मुहिम चला रही है, तो दूसरी तरफ खुद जिम्मेदार लोग अपने पद और पावर का ऐसा दिखावा कर रहे हैं जो न केवल गलत है बल्कि खतरनाक भी।
अब बड़ा सवाल ये उठता है कि अगर आम आदमी ऐसा करता, तो क्या अब तक कार्रवाई नहीं हो जाती? तो फिर इस वीडियो में दिख रहे लोग अब तक बचे क्यों हैं?
कांग्रेस का तंज – “नीली बत्ती, केक और छपरी स्टंट”
वीडियो के वायरल होते ही राजनीतिक बयानबाज़ी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को लपकते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया —
“DSP की पत्नी होने के कई फायदे हैं। आपके लिए कोई नियम नहीं, नीली बत्ती के दरवाजे खुले हैं और बोनट पर मेमसाब सवार हैं। माचिस की एक तीली में नियम जलाकर रुतबे का केक काटा जा रहा है।”
कांग्रेस ने ये भी लिखा कि हाईकोर्ट लगातार ऐसे मामलों में सख्त रुख अपनाता रहा है, लेकिन सत्ता और रसूख के नशे में लोग ‘छपरी हरकतों’ से बाज नहीं आ रहे।
अब प्रशासन की बारी
अब जब वीडियो वायरल हो चुका है और मामला तूल पकड़ रहा है, तो सवाल यही है कि क्या प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई करेगा या फिर इसे यूं ही भुला दिया जाएगा?
जो गाड़ी जनता की सेवा के लिए दी गई है, वो क्या रुतबा दिखाने का स्टेज बन गई है? नियम सबके लिए बराबर हैं या फिर नीली बत्ती वालों के लिए कोई अलग ट्रैफिक बुक छपती है?