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CM साय का बड़ा बयान: ‘छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार के निर्देश का किया जाएगा पालन’, पाकिस्तानियों को छोड़ना पड़ेगा राज्य

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। इस घटना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने का ऐलान कर दिया है। अब हर राज्य में ये निर्देश लागू किए जा रहे हैं, और छत्तीसगढ़ में भी इसकी शुरुआत हो चुकी है।

CM विष्णुदेव साय का साफ संदेश

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, “केंद्र सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा। राज्य में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को तय समयसीमा में राज्य छोड़ना होगा। शॉर्ट टर्म वीजा को कैंसिल कर दिया गया है और अब उनके पास वापस लौटने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।”

रायपुर में 1800 से ज्यादा पाकिस्तानी मूल के लोग

सूत्रों की मानें तो इस वक्त छत्तीसगढ़ में करीब 2000 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें से करीब 1800 अकेले राजधानी रायपुर में बसे हुए हैं। ये ज्यादातर लोग सिंधी समुदाय से आते हैं, जो धार्मिक, पारिवारिक या मेडिकल वजहों से भारत आए थे। अब पुलिस दस्तावेजों की सघन जांच में जुट गई है।

गृह मंत्री का अल्टीमेटम

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से व्यक्तिगत बातचीत की है और ये सुनिश्चित करने को कहा है कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक तय समयसीमा से ज्यादा भारत में न रुके। केंद्र ने साफ कर दिया है कि वीजा की वैधता सिर्फ 27 अप्रैल तक रहेगी, जबकि मेडिकल वीजा वालों को 29 अप्रैल तक की मोहलत दी गई है।

हिंदू शरणार्थियों को राहत

हालांकि इस फैसले में एक राहत की बात भी है। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि हिंदू धर्म के पाकिस्तानी नागरिकों को दीर्घकालिक (लॉन्ग टर्म) वीजा रद्द नहीं किए जाएंगे। यानी जिन्हें भारतीय नागरिकता की प्रक्रिया में रखा गया है या दी जा चुकी है, उन्हें देश छोड़ने की जरूरत नहीं है। बाकी सभी वीजा श्रेणियों (बिजनेस, टूरिस्ट, मेडिकल) पर आए लोगों को तय समय में वापस लौटना ही होगा।

रायपुर के कौन-कौन से इलाके हैं प्रभावित

रायपुर के सड्‌डू, महावीर नगर, बोरियाकला और माना रोड जैसे इलाकों में पाकिस्तानी मूल के नागरिकों ने लंबे समय से ठिकाना बना रखा है। इनमें से कुछ को भारत की नागरिकता मिल चुकी है, जबकि कई अभी प्रक्रिया में हैं। अब यहां हर घर की दस्तावेजी जांच की जा रही है।

राष्ट्रीय सुरक्षा सबसे ऊपर

सरकार का कहना है कि यह पूरा फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज़ से लिया गया है। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान से आने-जाने वालों पर सख्ती बढ़ा दी गई है। अब हर राज्य को अलर्ट पर रखा गया है और छत्तीसगढ़ पुलिस पूरी सक्रियता से कार्रवाई में जुट गई है।

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