Sushasan Tihar 2025: कनकबीरा पहुंचा मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर, बोले – “आपके बीच आकर परिवार जैसा महसूस हो रहा है”घोषणाओं की झड़ी: पुलिया, कन्या छात्रावास, मंगल भवन और पंचायत भवन की सौगात

SushasanTihar 2025: सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के छोटे से गांव कनकबीरा की सुबह कुछ खास थी। सुशासन तिहार के तहत मुख्यमंत्री जी लगातार पुरे प्रदेश में जनचौपाल लगाकर जनता से रूबरू होने के इस कड़ी में कनकबीरा गांव पहुंचे जहां हेलीकॉप्टर की गड़गड़ाहट के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय गांव पहुंचे। उन्होंने सीधे प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास परिसर के पास गुलमोहर के पेड़ के नीचे चौपाल जमाई और ग्रामीणों से आत्मीय संवाद किया।

मुख्यमंत्री बोले,- “आप लोगों ने मुझे तीन बार सांसद बनाया है। आज जब आपके बीच हूं तो ऐसा लग रहा है जैसे अपने ही परिवार में हूं।”

सुशासन तिहार बना सरकार का रिपोर्ट कार्ड

मुख्यमंत्री ने अपने दौरे को सुशासन तिहार का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि पहले चरण में आवेदन लिए गए, दूसरे चरण में कार्यवाही की गई और अब तीसरे चरण में सरकार खुद गांव-गांव जाकर काम का हिसाब दे रही है। उन्होंने कहा, “ये तिहार सिर्फ सरकारी योजना का प्रचार नहीं, यह हमारे काम की जमीनी सच्चाई को परखने का मौका है।”

मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव पी. दयानंद, कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे और एसपी आंजनेय वार्ष्णेय भी मौजूद थे।

गरीबों के लिए काम कर रही सरकार: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और डॉ. रमन सिंह के शासनकाल को याद करते हुए कहा कि तब गरीबों को मुफ्त अनाज मिला, और अब मोदी गारंटी के तहत हमारी सरकार हर वादा पूरा कर रही है। उन्होंने बताया कि शपथ लेते ही 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए हैं और “आवास प्लस” सूची में नाम वाले लोगों को भी घर दिया जाएगा।

किसानों, महिलाओं और तेंदूपत्ता संग्राहकों को राहत

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि किसानों को अब 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी जा रही है और 21 क्विंटल प्रति एकड़ की सीमा तय की गई है। दो साल से बकाया बोनस भी किसानों को मिल चुका है।

महिलाओं की आर्थिक मजबूती के लिए “महतारी वंदन योजना” के तहत 70 लाख से ज्यादा महिलाओं के खातों में राशि ट्रांसफर की जा चुकी है। वहीं तेंदूपत्ता संग्राहकों की आमदनी बढ़ाते हुए प्रति मानक बोरा 5500 रुपये कर दिया गया है।

रामलला दर्शन और तीर्थ योजना से बुजुर्गों को तोहफा

मुख्यमंत्री ने बताया कि “रामलला दर्शन योजना” के तहत ग्रामीणों को अयोध्या ले जाकर दर्शन कराए गए हैं। साथ ही बंद हो चुकी मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को फिर से शुरू किया गया है, जिससे बुजुर्ग अब अपनी पसंद के तीर्थस्थलों की यात्रा कर सकते हैं।

अटल डिजिटल सेवा केंद्र से गांव में बैंकिंग सेवा

साय ने कहा कि अब गांवों में भी बैंक जैसी सुविधाएं मिलेंगी। 24 अप्रैल से “अटल डिजिटल सेवा केंद्र” की शुरुआत की गई है। इससे ग्रामीणों को बैंक जाने की जरूरत नहीं, घर के पास ही लाभ मिलेगा। इस योजना को 1460 पंचायतों में लागू किया गया है।

भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस, रजिस्ट्री से लेकर भर्ती तक साफ-सुथरी प्रक्रिया

मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार के हर रास्ते को बंद कर रही है। जमीन की रजिस्ट्री के साथ-साथ नामांतरण की प्रक्रिया भी अब आसान की गई है।

उन्होंने कहा कि पीएससी भर्ती घोटाले की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्यवाही की गई है। आगे होने वाली हर भर्ती पारदर्शी तरीके से होगी।

ग्रामीणों से सीधे संवाद, योजनाओं की जमीनी हकीकत जानी

गांव के टीकाराम से स्वास्थ्य की जानकारी ली, तो वहीं महतारी वंदन योजना के हितग्राहियों से राशि मिलने की पुष्टि भी की। उन्होंने पेयजल संकट पर जल जीवन मिशन के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए और किसानों को मक्का, उड़द, मूंग जैसी फसलें अपनाने के लिए प्रेरित किया।

घोषणाओं की झड़ी: पुलिया, छात्रावास और पंचायत भवन

मुख्यमंत्री ने कनकबीरा के आश्रित ग्राम नरगीखोल लात नाला पर पुलिया निर्माण, कनकबीरा में मंगल भवन, कन्या छात्रावास और गोड़म में पंचायत भवन निर्माण की घोषणा की।

85 साल के भागीरथी साहू को मिला मुख्यमंत्री का साफा

85 वर्षीय बुजुर्ग भागीरथी साहू, लाठी के सहारे मुख्यमंत्री की चौपाल तक पहुंचे। जब संवाद समाप्त हुआ, तो मुख्यमंत्री ने खुद जाकर उनसे हालचाल जाना और अपने गले का साफा उतारकर उनके गले में डाल दिया। यह दृश्य भावुक करने वाला था।

सारंगढ़ के पूर्व विधायक को अपने पास बिठाया

ग्राम कनकबीरा में चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय की नजर नीचे बैठे पूर्व विधायक श्री शमशेर सिंह पर पड़ी। उन्होंने उन्हें आत्मीयता से पास बुलाया और कुर्सी पर बैठाया। बातचीत में पूर्व विधायक ने बताया कि वे क्षेत्र में समाज सेवा और मंदिर निर्माण कार्य कर रहे हैं

मौसम बिगड़ा, तो सड़क मार्ग से हुए रवाना

चूंकि मौसम ने करवट ली, मुख्यमंत्री साय हेलीकॉप्टर से वापस न जाकर सड़क मार्ग से रायगढ़ रवाना हुए। जाते-जाते उन्होंने गांव के दुर्गा मंदिर में दर्शन कर पूजा भी की।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का कनकबीरा दौरा केवल एक सरकारी यात्रा नहीं बल्कि जनता से जुड़ने और योजनाओं की हकीकत जानने का एक जमीनी प्रयास था। उनकी घोषणा, संवाद और आत्मीयता ने ग्रामीणों को खास अनुभव दिया।

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Ravi Pratap Pandey

रवि पिछले 7 वर्षों से छत्तीसगढ़ में सक्रिय पत्रकार हैं। उन्होंने राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर गहराई से रिपोर्टिंग की है। जमीनी हकीकत को उजागर करने और आम जनता की आवाज़ को मंच देने के लिए वे लगातार लेखन और रिपोर्टिंग करते रहे हैं।

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