Mats University: मैट्स विश्वविद्यालय में रियल-टाइम उत्पाद लॉन्च कार्यक्रम संपन्न

रायपुर। Mats University: भारत सरकार के राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) से A+ ग्रेड हासिल कर चुकी मैट्स यूनिवर्सिटी, आरंग में इनोवेशन और इनक्यूबेशन सेंटर के अंतर्गत एक खास आयोजन देखने को मिला। यहां फ्यूचर जनरेशन टेक्नोलॉजी (FGT) के सहयोग से एक रियल-टाइम प्रोडक्ट लॉन्च कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया, जिसमें इंजीनियरिंग इंडस्ट्री के लिए बेहद अहम रसायनों को बाजार में उतारा गया।
लॉन्च हुए तकनीकी रसायनों का औद्योगिक महत्व
Real Time Product Launch: इस कार्यक्रम में एंटीस्केलेंट्स, एंटीकोरोशन एजेंट्स, बायोडिस्पर्सेंट्स और बायोसाइड्स जैसे रसायनों का लॉन्च किया गया, जो खासतौर पर कूलिंग टावर और अन्य तकनीकी इंडस्ट्रीज में उपयोगी साबित होंगे। इन उत्पादों को फ्यूचर जनरेशन टेक्नोलॉजी द्वारा विकसित किया गया है और इन्हें भारतीय इंजीनियरिंग उद्योग की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।
FGT के स्वामी श्री विकास जोशी ने इन रसायनों की तकनीकी विशेषताओं पर प्रकाश डाला और बताया कि ये प्रोडक्ट्स न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि औद्योगिक दक्षता भी बढ़ाते हैं।

कार्यक्रम में मौजूद रहे यूनिवर्सिटी और उद्योग जगत के प्रतिनिधि
Innovation and Incubation Center: इस खास मौके पर कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, महानिदेशक श्री प्रीयेश पगारिया, कुलपति प्रो. के.पी. यादव, कुलसचिव श्री गोकुलनंद पांडा, तथा डॉ. आशा अंभाइकर, निदेशक, एमएसईआईटी सहित यूनिवर्सिटी के विभिन्न इंजीनियरिंग विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।
मैकेनिकल, एयरोनॉटिकल, सिविल, माइनिंग और कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभागों के छात्रों और फैकल्टी में इस कार्यक्रम को लेकर खासा उत्साह रहा। वहीं, उद्योग जगत के कई प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों की भागीदारी ने इस आयोजन को और भी उपयोगी बना दिया।
शिक्षा और उद्योग के बीच संवाद का मंच
कार्यक्रम न केवल एक प्रोडक्ट लॉन्च इवेंट था, बल्कि यह शिक्षा और उद्योग जगत के बीच विचारों के आदान-प्रदान का भी मंच बना। शैक्षणिक संस्थानों में हो रहे अनुसंधान को कैसे औद्योगिक समाधान में बदला जाए, इस पर गंभीर मंथन हुआ।
अंत में औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। यह आयोजन इस बात का संकेत है कि शिक्षा जगत और उद्योग यदि हाथ मिलाएं तो तकनीकी नवाचार की नई इबारत लिखी जा सकती है।