भाजपा विधायक अजय चंद्राकर का कांग्रेस पर तीखा वार: बोले– राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता कांग्रेस का चरित्र रहा है, छत्तीसगढ़ में पश्चिम बंगाल का प्रयोग दोहराना चाहती हैं कांग्रेस

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बांग्लादेशी नागरिकों की अवैध बसाहट को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे मामले के पीछे कांग्रेस का हाथ है और कांग्रेस पार्टी की मंशा हमेशा से राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करने की रही है। अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाने को लेकर कांग्रेस से जुड़े एक पूर्व पार्षद का नाम सामने आया है। मामला गरम है और सियासत तेज होती जा रही है।
“छत्तीसगढ़ में कांग्रेस दोहरा रही पश्चिम बंगाल का प्रयोग” – अजय चंद्राकर
बीजेपी नेता अजय चंद्राकर ने कहा,
“हर राष्ट्रविरोधी गतिविधि और सुरक्षा से समझौता कांग्रेस के चरित्र में शामिल है। अब वे छत्तीसगढ़ में वही मॉडल लागू कर रहे हैं जो उन्होंने पश्चिम बंगाल में अपनाया था।”
रायपुर के टिकरापारा इलाके में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाने में कांग्रेस शासनकाल में पार्षद रहे अमित दास की बड़ी भूमिका सामने आई है।
गृहमंत्री के निर्देश पर SIT कर रही है जांच
राज्य के गृह मंत्री के निर्देश पर इस मामले में SIT का गठन किया गया है। एटीएस (Anti-Terrorism Squad) की जांच में यह साफ हुआ है कि पूर्व पार्षद अमित दास ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बांग्लादेशी घुसपैठियों को स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया। इसके आधार पर उन्होंने राशन कार्ड और आधार कार्ड भी बनवा लिए।

एटीएस सूत्रों के अनुसार, यह भी सामने आया है कि दास का नाम रायपुर जेल में बंद तीन बांग्लादेशी भाइयों – मोहम्मद इस्माइल, शेख अकबर और शेख साजन – की पूछताछ में सामने आया है।

जल्द हो सकती है गिरफ्तारी
जांच एजेंसियों का कहना है कि अमित दास सहित दो अन्य लोगों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है और उनकी जल्द गिरफ्तारी की संभावना है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सरकार भी सतर्क हो गई है और बाहरी घुसपैठियों की पहचान व कार्रवाई में तेजी लाई जा रही है।
भाजपा का कांग्रेस पर सीधा हमला
बीजेपी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर सख्त हमले कर रही है। उनका कहना है कि कांग्रेस के कार्यकाल में हुए इस घुसपैठ से राज्य की सुरक्षा के साथ साफ-साफ खिलवाड़ किया गया है और यह माफ नहीं किया जा सकता।
अजय चंद्राकर ने कहा,
“सरकार को अब देरी नहीं करनी चाहिए, जो भी इस साजिश में शामिल हैं, उन्हें तुरंत जेल भेजा जाए।”
यह मामला सिर्फ अवैध घुसपैठ का नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की आंतरिक सुरक्षा और राजनीतिक नैतिकता से भी जुड़ा है। अब देखना ये होगा कि जांच आगे क्या मोड़ लेती है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।
1. रायपुर में बांग्लादेशियों की अवैध बसाहट को लेकर क्या आरोप लगे हैं?
जांच एजेंसियों के अनुसार, रायपुर के टिकरापारा इलाके में बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से बसाने में पूर्व कांग्रेस पार्षद अमित दास पर आरोप है कि उन्होंने घुसपैठियों को स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र दिया, जिससे उनके लिए राशन कार्ड और आधार कार्ड जैसे सरकारी दस्तावेज बनाए गए।
2. यह मामला सामने कैसे आया?
यह मामला एटीएस (Anti-Terrorism Squad) की जांच के दौरान उजागर हुआ। रायपुर जेल में बंद तीन बांग्लादेशी भाइयों – मो. इस्माइल, शेख अकबर और शेख साजन – की पूछताछ में अमित दास का नाम सामने आया, जिससे इस साजिश का खुलासा हुआ।
3. क्या सरकार ने इस मामले में कोई कार्रवाई की है?
जी हां, छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री के निर्देश पर इस मामले की जांच के लिए SIT (विशेष जांच टीम) गठित की गई है। पुलिस और एटीएस द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई की जा रही है और कई संदिग्धों की पहचान भी की जा चुकी है।
4. क्या अमित दास को गिरफ्तार किया गया है?
अभी तक अमित दास की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन जांच एजेंसियां उनकी गिरफ्तारी की तैयारी में हैं। उनके साथ दो अन्य लोगों की भी भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिनके खिलाफ जल्द कार्रवाई हो सकती है।
5. बीजेपी का इस मामले पर क्या कहना है?
बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी हमेशा राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देती आई है, और छत्तीसगढ़ में वह वही कर रही है जो उन्होंने पहले पश्चिम बंगाल में किया था। उन्होंने मांग की है कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए।