WPI Inflation: महंगाई से राहत: मई में CPI फिसलकर 2.82% और WPI 0.39% पर, जनता को दोहरी राहत 6 साल में खुदरा महंगाई सबसे निचले स्तर पर, थोक महंगाई भी 14 महीने के न्यूनतम पर

WPI Inflation: मई 2025 में महंगाई के मोर्चे पर देश की जनता के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा महंगाई दर (CPI) गिरकर 2.82% पर आ गई है। यह आंकड़ा मार्च 2019 के बाद सबसे कम है, जब CPI 2.86% दर्ज की गई थी। एक साल पहले मई 2024 में यही दर 4.8% थी, यानी महंगाई में साफ-साफ नरमी आई है।
इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा हाथ है खाने-पीने की चीजों की कीमतों में आई ठंडक। खासतौर पर सब्जियों और दालों की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। अप्रैल में सब्जियों पर महंगाई दर -18.26% थी, जो मई में और गिरकर -21.62% पर पहुंच गई। दालों की महंगाई दर -10.41% और गेहूं की 5.75% दर्ज की गई।
थोक महंगाई भी आई राहत की रेखा पर
केवल खुदरा ही नहीं, थोक महंगाई दर (WPI) में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। मई 2025 में WPI घटकर 0.39% पर आ गई है। यह बीते 14 महीनों का सबसे निचला स्तर है। अप्रैल में यह आंकड़ा 0.85% था, जबकि मई 2024 में 2.74% पर था। खास बात ये रही कि WPI का यह आंकड़ा विशेषज्ञों की उम्मीदों से भी बेहतर निकला। बाजार में इसका अनुमान करीब 0.80% लगाया जा रहा था।
खाने-पीने की चीजों के अलावा अंडे, मांस और मछली जैसे प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों पर भी महंगाई में नरमी दर्ज की गई है। अप्रैल में इस श्रेणी की महंगाई दर -0.29% थी, जो मई में और गिरकर -1.01% हो गई।
RBI ने घटाया महंगाई का अनुमान, रेपो रेट भी कम
इस महंगाई में नरमी के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी अपना नजरिया बदला है। हाल ही में RBI ने रेपो रेट 6% से घटाकर 5.5% कर दी है, जिससे कर्ज लेना सस्ता हो गया है। इसके अलावा, वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई अनुमान को भी 4% से घटाकर 3.7% कर दिया गया है।
RBI ने ये फैसला संभावित सामान्य मॉनसून को ध्यान में रखते हुए लिया है। इसका सीधा असर आम लोगों की जेब और बाजार की स्थिरता पर दिख सकता है।
मई 2025 के ये आंकड़े देश की अर्थव्यवस्था और आम जनता दोनों के लिए राहत भरे हैं। खाने-पीने की चीजें सस्ती हुई हैं, थोक बाजार में दबाव कम हुआ है और आरबीआई ने भी अपनी नीतियों में नरमी दिखाई है। आने वाले दिनों में अगर यही रुझान बना रहा, तो महंगाई से जूझ रही जनता को थोड़ी और राहत मिल सकती है।