
रायपुर। अम्बेडकर अस्पताल में नवजात शिशु चोरी का मामला पुलिस और अस्पताल प्रबंधन की तत्परता से सुलझा लिया गया। चोरी में शामिल दो महिलाओं को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया है। शिशु को सकुशल परिजनों को सौंप दिया गया। सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले गार्ड को तुरंत हटा दिया गया है।
सीसीटीवी फुटेज से मिली अहम जानकारी
वार्ड नंबर 6 में भर्ती नीता सतनामी (ग्राम डोमा, थाना आरंग) के नवजात शिशु को चोरी की खबर मिलते ही अस्पताल प्रबंधन और मौदहापारा पुलिस हरकत में आ गए। सीसीटीवी फुटेज में एक महिला को बच्चे को आयुष्मान गेट से बाहर ले जाते हुए देखा गया।
फुटेज में पाया गया कि दोपहर 1:07 बजे महिला बच्चे को लेकर बाहर निकली। इसके तुरंत बाद पुलिस ने बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन जैसी जगहों पर तलाशी अभियान शुरू किया।
रेलवे स्टेशन से गिरफ्तारी
पुलिस ने प्लेटफॉर्म नंबर 5 से रानी साहू और पायल साहू नामक महिलाओं को पकड़ा। उनके पास बच्चा सुरक्षित पाया गया। डॉक्टरों ने शिशु की जांच की और उसे स्वस्थ पाया। इसके बाद बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया गया।
कैसे हुई वारदात?
नीता सतनामी 3 जनवरी को डिलीवरी के लिए अस्पताल आई थीं। उनके साथ उनकी सास और ननद भी थीं। उसी दिन वार्ड में रानी साहू और पायल साहू ने परिवार का विश्वास जीत लिया।
4 जनवरी को खाना खाने के दौरान सास के हाथ धोने जाने पर बच्चा गायब हो गया। दोनों महिलाएं भी वार्ड से लापता थीं।
सुरक्षा में चूक पर सख्त कदम
अस्पताल अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा गार्ड को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। उन्होंने प्रसूति वार्ड में भर्ती सभी लोगों से अपील की है कि अनजान लोगों से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी तुरंत अस्पताल प्रशासन या पुलिस को दें।
प्रबंधन और पुलिस की सक्रियता
डॉ. सोनकर ने शिशु को खोजने में शामिल सुरक्षा और पुलिस टीम की सराहना की। उनकी तत्परता और सूझबूझ की बदौलत बच्चा सुरक्षित मिल गया।
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