मैट्स यूनिवर्सिटी रायपुर में 14 जून को नेशनल वर्कशॉप NGO Meet-2025 का होगा भव्य आयोजन — देशभर की समाजसेवी संस्थाएं लेंगी सहभागिता, उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों के लिए मिलेगा सम्मान

रायपुर। National Workshop NGO Meet-2025: मैट्स यूनिवर्सिटी के समाज कार्य विभाग द्वारा समाजसेवी संस्था भावना फाउंडेशन के सहयोग से आगामी 14 जून 2025 को ‘एनजीओ मीट-2025’ राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला का आयोजन रायपुर के पंडरी स्थित विश्वविद्यालय परिसर के इम्पैक्ट सेंटर में प्रातः 10 बजे से होगा। इस आयोजन में देशभर की नामचीन सामाजिक संस्थाएं और संगठनों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है।
समाज सेवा और शिक्षा का समन्वय
Mats University Raipur: मैट्स विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभागाध्यक्ष डॉ. दीनानाथ यादव ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य समाजसेवी संस्थाओं, उच्च शिक्षा संस्थानों और सरकारी संगठनों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है, ताकि वे मिलकर विकसित भारत 2047 के लक्ष्य में योगदान दे सकें। कार्यशाला की थीम “शिक्षार्थ से सेवार्थ तक” रखी गई है, जो समाजसेवा में शिक्षा की भूमिका को रेखांकित करती है।
प्रमुख अतिथिगण और सम्मान समारोह
इस कार्यशाला की मुख्य अतिथि होंगी पद्मश्री सम्मानित और महिला सशक्तिकरण की मिसाल श्रीमती फूलबासन यादव, जबकि विशेष अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा उपस्थित रहेंगी।
कार्यक्रम के दौरान समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली संस्थाओं को सम्मानित भी किया जाएगा।

60 से अधिक सामाजिक संगठनों की भागीदारी
इस आयोजन में निम्नलिखित प्रमुख सामाजिक संगठनों सहित 60 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भाग लेंगी:
- यूनिसेफ
- बचपन बचाओ आंदोलन
- अल्ट्राटेक फाउंडेशन
- अदाणी फाउंडेशन
- एसईसीएल बिलासपुर
- ग्रीन आर्मी रायपुर
- बैक टू नेचर सोसायटी
- एलायंस बिहेवियर चेंज
- संभावना फाउंडेशन
- निःशक्तजन कल्याण सेवा समिति
- हरियाली फाउंडेशन
- पारस इंस्टीट्यूट रायपुर
विश्वविद्यालय प्रबंधन और अन्य गणमान्य होंगे मौजूद
इस अवसर पर मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया, कुलपति प्रो. के. पी. यादव, कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, विद्यार्थी और समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।