मेयर मीनल चौबे का बेटा हुआ गिरफ्तार; सड़क पर केक काटना पड़ा महंगा

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मेयर मीनल चौबे के बेटे मेहुल चौबे को सड़क पर केक काटकर जन्मदिन मनाना महंगा पड़ गया। इस मामले में पुलिस ने मेहुल चौबे और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई भी की है।
28 फरवरी को हुआ था विवादित जन्मदिन समारोह
28 फरवरी को मेहुल चौबे ने अपनी जन्मदिन की खुशी सड़क पर केक काटकर मनाई थी, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि वह और उसके दो दोस्त सड़क पर केक काट रहे थे, जो स्थानीय कानूनों और कोर्ट के आदेशों के खिलाफ था। वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया और मेहुल चौबे, पिंटू चंदेल और मनोज गौतम को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच और आगे की कार्रवाई कर रही है।
मेयर मीनल चौबे ने मांगी माफी, कहा- यह गलती नहीं होनी चाहिए थी
वायरल वीडियो के बाद मेयर मीनल चौबे ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि, “मैंने वीडियो देखा है, जो मेरे घर के सामने हुआ। मेरे बेटे ने सड़क पर केक काटा है, जो बिल्कुल गलत था। मैंने अपने बेटे को समझाया है और यह सुनिश्चित किया है कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा।”
मेयर ने आगे कहा, “मैं शासन-प्रशासन का पूरा सम्मान करती हूं और अगर मेरे परिवार की वजह से किसी को भी परेशानी हुई है तो मैं माफी मांगती हूं। यह सभी बच्चों को समझने की जरूरत है कि सड़क पर केक काटना सही नहीं है, यह केवल घर के अंदर होना चाहिए।”
मेयर की माफी और भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न होने का आश्वासन
मेयर मीनल चौबे ने अपने बयान में यह भी कहा कि इस घटना से सबक लेते हुए भविष्य में ऐसी कोई भी घटना नहीं होगी। उन्होंने इस पूरे मामले पर खेद जताया और अपनी जिम्मेदारी का एहसास किया। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी को इस बात को समझने की आवश्यकता है कि सड़क पर ऐसे समारोह नहीं मनाने चाहिए।
पुलिस कार्रवाई जारी
पुलिस इस मामले में पूरी जांच कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि भविष्य में कोई इस तरह के नियमों का उल्लंघन न करे। मेहुल चौबे और उसके दोस्तों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की है और कानून के तहत मामले को आगे बढ़ाने की योजना बनाई है।
यह घटना रायपुर में एक उदाहरण बन गई है कि सड़कों पर इस तरह के उल्लंघन से बचना चाहिए। मेयर मीनल चौबे ने अपने बेटे को समझाने का वादा किया है और इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए जागरूकता फैलाने की बात की है। यह घटना छत्तीसगढ़ के नागरिकों के लिए एक चेतावनी है कि सार्वजनिक स्थानों पर कानून का पालन करना जरूरी है।