Arjun Munda In Dhamtari: धमतरी में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा – “शांति ही समाधान है”, माओवाद से लेकर वक्फ बिल और UCC पर बोल दी ये बड़ी बात…

धमतरी: Arjun Munda In Dhamtari: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के दौरे पर पहुंचे। वे दुगली गांव में आयोजित बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी।
संविधान दिवस के कार्यक्रम में हुए शामिल
कार्यक्रम के मंच से अर्जुन मुंडा ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने जो संविधान हमें दिया, उसी की बदौलत देश आज आगे बढ़ रहा है। उन्होंने इसे राजनीतिक और सामाजिक रूप से बेहद अहम अवसर बताया और खुद को सौभाग्यशाली बताया कि वे इस कार्यक्रम का हिस्सा बन पाए।
माओवाद को दी हिदायत बोले – लौटें मुख्यधारा में
मीडिया से बातचीत में अर्जुन मुंडा ने माओवाद के मुद्दे पर दो टूक कहा कि जो लोग रास्ता भटक गए हैं, उन्हें अब मुख्यधारा में लौटना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है, लेकिन राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में ठोस कदम उठाएं ताकि लोग विकास से जुड़ें।
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर आदिवासी दृष्टिकोण
UCC यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड पर पूछे गए सवाल के जवाब में अर्जुन मुंडा ने कहा कि आदिवासी समाज पहले से ही समान नागरिक संहिता की भावना के साथ जीता आया है। उन्होंने कहा कि समाज को समान कानूनों के दायरे में लाना लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करता है।
वक्फ कानून में बदलाव से होगा मुस्लिम समाज को फायदा
वक्फ कानून में संशोधन को लेकर जारी विवाद पर अर्जुन मुंडा ने कहा कि इसे लेकर जो भ्रम फैलाया जा रहा है, वह राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने साफ किया कि वक्फ संशोधन बिल से सबसे ज्यादा फायदा खुद मुस्लिम समाज को ही होगा, लेकिन कुछ लोग इसे गलत तरीके से पेश कर रहे हैं।
बंगाल हिंसा पर साधा निशाना
पश्चिम बंगाल में हिंसा को लेकर उन्होंने कहा कि वहां राजनीति के नाम पर उकसावे का माहौल बनाया जा रहा है। अर्जुन मुंडा ने कहा कि बाकी देश में ऐसी कोई स्थिति नहीं है, लेकिन बंगाल में हालात अलग हैं। उन्होंने दावा किया कि वहां राजनीति के लिए लोगों को भ्रमित किया जा रहा है।
शांति और विकास ही असली समाधान
अपने दौरे के समापन पर अर्जुन मुंडा ने दो टूक कहा कि देश को हथियार नहीं, शांति और विकास चाहिए। चाहे बात माओवाद की हो या सामाजिक तकरार की, हल सिर्फ संविधान और संवाद से निकल सकता है।