Ahmedabad flight cancelled: एयर इंडिया प्लेन क्रैश: रायपुर से अहमदाबाद की उड़ान रद्द, एयरपोर्ट अथॉरिटी का आदेश जारी

Ahmedabad flight cancelled: आज एयर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ान AI171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद एक भयावह दुर्घटना का शिकार हो गई। विमान ने दोपहर 1:17 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे 23 से उड़ान भरी थी, लेकिन थोड़ी ही देर में मेघाणी नगर क्षेत्र स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज परिसर के पास क्रैश हो गया। यह घटना पूरे देश को झकझोरने वाली रही।
रायपुर से अहमदाबाद जाने वाली फ्लाइट पर भी असर
Ahmedabad Plane Crash: इस दुर्घटना के बाद रायपुर एयरपोर्ट प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से रायपुर से अहमदाबाद के लिए उड़ान भरने वाली इंडिगो की फ्लाइट को रद्द कर दिया है। एयरपोर्ट डायरेक्टर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अगले आदेश तक यह उड़ान संचालन में नहीं लाई जाएगी। यह निर्णय सुरक्षा कारणों और एहतियात के तौर पर लिया गया है।
हादसे के चश्मदीदों ने बताया पूरा मंजर
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विमान ने जैसे ही उड़ान भरी, उसका पिछला हिस्सा एक पेड़ से टकरा गया, जिससे संतुलन बिगड़ गया और विमान रिहायशी इलाके में गिर पड़ा। कुछ ही पलों में दुर्घटनास्थल से काले धुएं का विशाल गुबार उठता देखा गया, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई।

विमान में सवार थे 242 लोग
इस हादसे में एयर इंडिया के विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 2 पायलट, 10 क्रू मेंबर और 230 यात्री शामिल थे। जानकारी के अनुसार, विमान का संचालन कैप्टन सुमीत सभरवाल कर रहे थे, जिनके पास 8200 घंटे का उड़ान अनुभव था। उनके साथ को-पायलट क्लाइव कुंदर थे, जिनका अनुभव 1100 घंटे का था। इस फ्लाइट में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मौजूद थे।

राहत और बचाव कार्य जारी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, दमकल और मेडिकल टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। कई घायलों को नजदीकी सिविल अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हालांकि, अभी तक मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। सुरक्षा कारणों से मेघाणी नगर और उसके आसपास के क्षेत्रों को सील कर दिया गया है।

अहमदाबाद एयरपोर्ट से सभी उड़ानों पर रोक
अहमदाबाद एयरपोर्ट प्रशासन ने हादसे के बाद बड़ा फैसला लिया है। एयरपोर्ट प्रवक्ता के अनुसार, अगली सूचना तक एयरपोर्ट से सभी उड़ानों का संचालन रोक दिया गया है। इसके पीछे मुख्य कारण राहत कार्यों को बिना किसी बाधा के अंजाम देना और क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।