धमतरी में शिक्षकों का ग्रीष्मकालीन अवकाश में काम का विरोधः कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, कहा- अन्य कर्मचारियों जैसी छुट्टी दी जाए

धमतरी जिले में 15 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया है, लेकिन प्रशासन ने इस अवधि में शिक्षकों को समर कैंप, प्रशिक्षण और विभागीय कार्यों में संलग्न किया है। शिक्षकों का कहना है कि इस आदेश के कारण उन्हें अपनी नियमित छुट्टियों से वंचित किया जा रहा है। संयुक्त शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित महोबे ने कहा कि मंत्रालय का स्पष्ट आदेश है कि 15 जून तक बच्चों और शिक्षकों को अवकाश दिया जाता है। लेकिन हर साल इस अवधि में शिक्षकों को विभागीय कार्यों में लगा दिया जाता है, जिससे उनकी छुट्टियों का उल्लंघन होता है।

अर्जित अवकाश की मांग

शिक्षकों ने प्रशासन से मांग की है कि यदि ग्रीष्मकालीन अवकाश में कटौती की जाती है, तो उन्हें अर्जित अवकाश और शनिवार की छुट्टियां दी जाएं, जैसा कि अन्य सरकारी कर्मचारियों को मिलता है। लोक शिक्षण संचालनालय ने भी ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान शिक्षकों से कार्य करवाने पर अर्जित अवकाश की स्वीकृति की बात कही है। इससे स्पष्ट होता है कि शिक्षकों की नियमित छुट्टियों का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए।

शिक्षकों का यह विरोध प्रदर्शन उनके अधिकारों की रक्षा और उचित कार्य-जीवन संतुलन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। आशा है कि प्रशासन इस मामले पर गंभीरता से विचार करेगा और शिक्षकों की उचित मांगों को स्वीकार करेगा।

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Ravi Pratap Pandey

रवि पिछले 7 वर्षों से छत्तीसगढ़ में सक्रिय पत्रकार हैं। उन्होंने राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर गहराई से रिपोर्टिंग की है। जमीनी हकीकत को उजागर करने और आम जनता की आवाज़ को मंच देने के लिए वे लगातार लेखन और रिपोर्टिंग करते रहे हैं।

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