‘हिंदू’ बोलते ही गोली मार दी गई दिनेश मिरानिया को, अंतिम यात्रा में शामिल हुए सीएम साय, अर्थी को दिया कांधा, रायपुर ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई

रायपुर/पहल्गाम: CM Sai Tribute To Dinesh Mirania: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले समता कॉलोनी निवासी और व्यापारी दिनेश मिरानिया अग्रवाल की अंत्येष्टि में बुधवार रात रायपुर गमगीन हो गया। मोहल्ले से लेकर शहर तक लोगों की आंखें नम थीं और हर किसी की जुबां पर बस एक ही बात थी—“आखिर दिनेश ने किसी का क्या बिगाड़ा था?”
दिनेश मिरानिया का पार्थिव शरीर बुधवार रात लगभग 9:30 बजे जब उनके निवास स्थान लाया गया, तो माहौल पूरी तरह से शोक में डूब गया। शव को देखते ही परिवार के लोग फूट-फूट कर रोने लगे। बेटे शौर्य और बेटी लक्षिता का रो-रोकर बुरा हाल था। पत्नी नेहा तो शव देखकर ही बेहोश हो गईं। परिजन किसी तरह उन्हें संभालते नजर आए।
शहीद को विदाई देने उमड़ा जनसैलाब
जैसे ही दिनेश का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा, अंतिम दर्शन के लिए समता कॉलोनी के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। शव को बाक्स में रखकर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। हर आंख नम थी। माहौल पूरी तरह से गमगीन था। लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पुलिस बल भी तैनात किया गया था।
शहर के नेता, समाजसेवी और आम लोग—हर वर्ग का इंसान उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचा। देर रात तक लोग समता कॉलोनी पहुंचते रहे और उनके परिवार को ढांढस बंधाते रहे।
एयरपोर्ट पर भी टूटा दर्द का पहाड़
जब दिनेश का शव एयरपोर्ट पर लाया गया, तब छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, विधायक राजेश मूणत समेत कई जनप्रतिनिधि वहां मौजूद थे। इस दौरान भी जब पत्नी नेहा ने दिनेश के पार्थिव शरीर को देखा, तो वह बेहोश हो गईं। उन्हें बेहोशी की हालत में ही वाहन से घर लाया गया।
“हिंदू” बोलते ही आतंकियों ने मारी गोली: भाई का दावा
दिनेश मिरानिया के भाई मनीष मिरानिया ने बताया कि उन्हें जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से सूचना दी गई कि आतंकवादियों ने सबसे पहले दिनेश से उनका धर्म पूछा। जैसे ही दिनेश ने ‘हिंदू’ कहा, आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी। यह सुनकर मनीष और परिवार के अन्य सदस्यों के होश उड़ गए।
यह घटना ना सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या है, बल्कि यह कट्टरपंथ की सोच और धार्मिक पहचान के नाम पर फैलाई जा रही नफरत का एक ज्वलंत उदाहरण है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रद्द किया मुंबई दौरा, दी कंधा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुंबई में चल रहे अपने दो दिवसीय निवेश दौरे को बीच में ही छोड़ दिया और गुरुवार सुबह रायपुर लौट आए। वे सीधे दिनेश मिरानिया की अंत्येष्टि में शामिल हुए और उनके शव को कंधा देकर अंतिम विदाई दी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा, “यह हमला सिर्फ एक परिवार पर नहीं, पूरे छत्तीसगढ़ के दिल पर हमला है। सरकार मृतक परिवार के साथ है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मुंबई में छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति को लेकर निवेशकों के साथ बैठक करने गए थे, लेकिन जैसे ही दिनेश की शहादत की खबर मिली, उन्होंने तुरंत कार्यक्रम रद्द किया।