CG CBI Raid: रायपुर में पूर्व IAS अनिल टुटेजा के ठिकानों पर CBI की रेड, फाइलें और डिवाइस जब्त

रायपुर: CG CBI Raid: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार सुबह अचानक उस वक्त हलचल मच गई जब CBI की एक विशेष टीम ने पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा के घर पर दबिश दे दी। ये वही अनिल टुटेजा हैं, जिनका नाम नान घोटाले, महादेव सट्टा ऐप, कोयला घोटाले और आबकारी विभाग के भ्रष्टाचार से जुड़ चुका है।

दिल्ली से आई खास टीम, रेड रही गोपनीय

CBI की ये टीम सीधे दिल्ली मुख्यालय से भेजी गई थी और इस पूरी कार्रवाई को बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया। इतना गोपनीय कि स्थानीय पुलिस को भी आखिरी मौके पर सूचना दी गई। टीम ने टुटेजा के रायपुर स्थित आवास पर पहुंचते ही दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज की तलाशी शुरू कर दी।

टुटेजा फिर घेरे में, पहले भी घोटालों से जुड़ चुका है नाम

अनिल टुटेजा का नाम छत्तीसगढ़ के सबसे चर्चित नान घोटाले में पहले भी उछल चुका है। आरोप है कि अपने पद का दुरुपयोग करते हुए, उन्होंने कई निजी कंपनियों और अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर सरकारी नीतियों में घालमेल किया और भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया।

CBI सूत्रों की मानें तो रेड के दौरान कई अहम दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं, जिन्हें अब फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। माना जा रहा है कि इनसे कुछ बड़े सुराग हाथ लग सकते हैं।

घोटालों की गहराई में उतर रही CBI

CBI इन दिनों छत्तीसगढ़ में ऊंचे स्तर के घोटालों की गहराई से जांच कर रही है। चाहे वो नान घोटाला हो, कोयला खनन से जुड़ी गड़बड़ियां या फिर ऑनलाइन सट्टा एप जैसे मामलों में अफसरों की संलिप्तता — सब कुछ एजेंसी के रडार पर है।

CBI की दबिश ये संकेत दे रही है कि आने वाले दिनों में और भी कई अफसर फंस सकती हैं।


CBI की ये रेड एक बार फिर साबित करती है कि ऊपर बैठे अफसरों की फाइलें अब धूल फांकने की बजाय जांच की मेज पर पहुंच चुकी हैं। अब देखना यह है कि इन दस्तावेजों से निकलने वाली परतें कितनों की गर्दन तक जा पहुंचती हैं।

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Ravi Pratap Pandey

रवि पिछले 7 वर्षों से छत्तीसगढ़ में सक्रिय पत्रकार हैं। उन्होंने राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर गहराई से रिपोर्टिंग की है। जमीनी हकीकत को उजागर करने और आम जनता की आवाज़ को मंच देने के लिए वे लगातार लेखन और रिपोर्टिंग करते रहे हैं।

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