Fake doctor Narendra John: फर्जी डॉक्टर नरेंद्र जॉन द्वारा छत्तीसगढ़ के पहले विधानसभा अध्यक्ष की सर्जरी, जिसके बाद हुई थी मौत! कांग्रेस ने खोला मोर्चा

बिलासपुर। Fake doctor Narendra John: छत्तीसगढ़ में फर्जी डॉक्टर नरेंद्र जॉन के विवाद ने अब तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, नरेंद्र जॉन ने अपोलो अस्पताल में कई सर्जरी की थीं, जिनमें से एक छत्तीसगढ़ के पहले विधानसभा अध्यक्ष स्व. राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की सर्जरी भी थी, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी। कांग्रेस ने इस मामले में जांच और FIR दर्ज करने की मांग को लेकर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस ने शुरू किया विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस के जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस जिलाध्यक्ष, विधायक, पूर्व विधायक और अन्य पदाधिकारी शामिल थे। कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन में डॉक्टर नरेंद्र जॉन और अपोलो प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि अपोलो अस्पताल और डॉक्टर जॉन की लापरवाही के कारण कई मरीजों की जान चली गई, जिनमें छत्तीसगढ़ के पहले विधानसभा अध्यक्ष स्व. राजेंद्र प्रसाद शुक्ल भी शामिल थे।
फर्जी डॉक्टर और अपोलो प्रबंधन की लापरवाही
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर गंभीर सवाल उठाए हैं, खासकर अपोलो अस्पताल की लापरवाही को लेकर। उनका आरोप है कि अपोलो अस्पताल ने बिना किसी उचित जांच के फर्जी डॉक्टर नरेंद्र जॉन को नियुक्त किया और कई सर्जरी भी करवाई। कांग्रेस ने इस मामले में पूरी जांच की मांग करते हुए कहा कि डॉक्टर जॉन की नियुक्ति, ड्यूटी और सर्जरी की प्रक्रिया की पूरी जांच होनी चाहिए। इसके साथ ही अपोलो प्रबंधन की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए कि उन्होंने किस आधार पर नरेंद्र जॉन को नियुक्त किया।
कांग्रेस की मांग – विशेष जांच समिति और FIR दर्ज हो
कांग्रेस ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच समिति गठित करने और डॉक्टर नरेंद्र जॉन तथा अपोलो प्रबंधन के खिलाफ FIR दर्ज करने की भी मांग की है। उनका कहना है कि इस मुद्दे पर गंभीरता से कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें।
प्रशासन ने आश्वासन दिया
वहीं, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को उचित जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अधिकारियों का कहना है कि मामला पुराना है, इसलिए तात्कालीन जानकारियां एकत्र की जा रही हैं, और उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी डॉक्टर नरेंद्र जॉन की इस घटना ने छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और आरोपियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है।