
रायपुर, 11 मार्च 2025। CG POLITICS: छत्तीसगढ़ के श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। हाल ही में पार्टी द्वारा उन्हें जारी शोकॉज नोटिस को लेकर संगठन के महामंत्री संजय श्रीवास्तव का बड़ा बयान सामने आया है।उन्होंने इस नोटिस के बारे में कहा कि, “पार्टी में मंत्री के आधार पर कोई निर्णय नहीं लिया जाता। बूथ अध्यक्ष को हम प्रताड़ित नहीं करते, हम सभी के लिए एक समान हैं। Korba BJP Sabhapati Election मंत्री का जवाब आने के बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा।” इस बयान के बाद यह स्पष्ट है कि पार्टी इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाने की सोच रही है।
कोरबा में बगावत की वजह से घिर गए मंत्री देवांगन
Minister Lakhanlal Dewangan: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद, कोरबा में सभापति के चुनाव को लेकर पार्टी के अंदर एक बगावत सामने आई थी। मंत्री लखनलाल देवांगन के गृह जिले में पर्यवेक्षक के सामने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी का विरोध करते हुए बागी प्रत्याशी को समर्थन देने का मामला तूल पकड़ गया। इससे पार्टी की छवि को बड़ा नुकसान हुआ और मामला प्रदेश से लेकर दिल्ली हाईकमान तक पहुंच गया।
नव निर्वाचित बागी सभापति नूतन सिंह ठाकुर को बीजेपी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया, वहीं मंत्री देवांगन के समर्थन के बाद पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। हाईकमान ने मंत्री से 48 घंटे के भीतर जवाब मांगा है।
बीजेपी का सख्त रुख और संजय श्रीवास्तव का बयान
BJP Chhattisgarh: मंत्री देवांगन की ओर से जवाब मिलने से पहले बीजेपी का रुख इस मामले में सख्त है। पार्टी के महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने मीडिया से बातचीत में साफ किया, “हमारे पार्टी के नियम सभी के लिए समान हैं, चाहे वह मंत्री हो या कोई और। हम किसी को भी प्रताड़ित नहीं करते, और जवाब के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
संजय श्रीवास्तव का यह बयान यह दर्शाता है कि पार्टी इस मामले को हल्के में लेने का मूड नहीं रखती, और किसी भी प्रकार की फजीहत से बचने के लिए पूरी गंभीरता से निर्णय लिया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गठित की जांच समिति
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक जांच समिति का गठन किया है, जिसमें तीन सदस्य होंगे। इस समिति के संयोजक के रूप में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल को नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, पूर्व विधायक रजनीश सिंह और प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्रीनिवास राव मद्दी को इस समिति का सदस्य बनाया गया है। समिति को 7 दिनों के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।

कोरबा में बढ़ती राजनीतिक तकरार और देवांगन की स्थिति
Korba BJP Sabhapati Election: कोरबा का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गरमा गया है। यह पहली बार नहीं है जब कोरबा ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में सुर्खियां बटोरी हो। कोरबा जिले की खनिज संपदा को लेकर हमेशा से ही राजनेताओं और अफसरों की नजरें रही हैं। राज्य की सत्ता बदलने के बाद से ही कोरबा में वर्चस्व की राजनीति तेज हो गई थी।
लखनलाल देवांगन के मंत्री बनने से पहले ही, वे इस जिले में एक प्रमुख राजनीतिक चेहरे के रूप में उभरे थे। अब जब सभापति चुनाव में पार्टी की फजीहत हुई, तो देवांगन को घेरने की कोशिशें तेज हो गईं हैं। इस बार फिर से कोरबा में वर्चस्व की राजनीति जोर पकड़ सकती है।
क्या होगा मंत्री देवांगन का भविष्य?
यह देखना दिलचस्प होगा कि मंत्री देवांगन अपने जवाब में क्या कहते हैं और पार्टी उनका क्या निर्णय करती है। एक ओर जहां उनकी पार्टी में सख्त कार्रवाई की आंशका जताई जा रही है, वहीं दूसरी ओर उन्हें यह अवसर भी मिल सकता है कि वह अपनी स्थिति को साफ करके पार्टी के विश्वास को दोबारा हासिल कर सकें।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में अभी कई मोड़ आने बाकी हैं, और यह घटना इस बार कोरबा में राजनीति के नए अध्याय को जन्म दे सकती है।
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