मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने श्री श्री रविशंकर से लिया आशीर्वाद, 1000 वर्ष पुराने सोमनाथ मंदिर के शिवलिंग के अवशेष लेकर पहुंचे आध्यात्मिक गुरु

रायपुर, 11 मार्च 2025: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आज आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने मुख्यमंत्री निवास में मुलाकात की। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हुए श्री श्री रविशंकर का आशीर्वाद प्राप्त किया।
आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक भेंट
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक स्वरूप जशपुर जिले में स्थित विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग – मधेश्वर पहाड़ का छायाचित्र और बस्तर आर्ट शैली में निर्मित नंदी की प्रतिकृति श्री श्री रविशंकर को भेंट की। यह एक अनूठी भेंट थी, जो राज्य की संस्कृति और धार्मिक महत्व को दर्शाता है।
1000 साल पुराने सोमनाथ मंदिर के शिवलिंग के अवशेष
इस मुलाकात के दौरान श्री श्री रविशंकर ने मुख्यमंत्री साय को बताया कि उन्होंने अपने साथ 1000 वर्ष पुराने सोमनाथ मंदिर के खंडित शिवलिंग के अवशेष लाए हैं। उन्होंने बताया कि यह अवशेष सदियों से एक अग्निहोत्री परिवार द्वारा सुरक्षित रखे गए थे और अब वे इसे पूरे देश में श्रद्धालुओं तक दर्शनार्थ पहुँचाने का पावन कार्य कर रहे हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर, मुख्यमंत्री साय और उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने खंडित शिवलिंग के दर्शन किए और आस्था प्रकट की।
एमओयू पर हुई चर्चा
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और श्री श्री रविशंकर के बीच छत्तीसगढ़ सरकार और व्यक्ति विकास केंद्र इंडिया (द आर्ट ऑफ लिविंग) के बीच हुए एमओयू पर भी चर्चा की गई। इस एमओयू का उद्देश्य ग्रामीण छत्तीसगढ़ में आजीविका सृजन और समग्र कल्याण के साथ-साथ ग्रामीण विकास के विविध पहलुओं पर काम करना है। दोनों पक्षों ने एमओयू के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर विचार-विमर्श किया और भविष्य में इसे सही दिशा में लागू करने की योजना बनाई।
यह मुलाकात छत्तीसगढ़ की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के साथ-साथ राज्य के ग्रामीण विकास और कल्याण के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। श्री श्री रविशंकर के साथ इस एमओयू के जरिए राज्य सरकार को एक नया दिशा मिल सकती है, जो ग्रामीण छत्तीसगढ़ की समृद्धि में योगदान दे सके।
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