PM Kusum Yojana: PM कुसुम योजना: किसानों के लिए डबल फायदा, सिंचाई भी फ्री और बिजली बेचकर कमाई भी! जानिए कैसे उठाएं लाभ

PM Kusum Yojana: प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM Yojana) सरकार की वो पहल है, जो सिर्फ किसानों को सिंचाई के लिए बिजली मुहैया नहीं करवा रही, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की राह भी दिखा रही है। साल 2019 में केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरुआत की थी, और अब ये योजना ग्रामीण भारत में ‘सोलर क्रांति’ का दूसरा नाम बन चुकी है। इस बार छत्तीसगढ़ के बजट 2025-26 में की गई प्रमुख घोषणाएँ में पी.एम कुसुम योजना को छत्तीसगढ़ के बजट में प्रभावी ढंग से लागू का प्रावधान किया गया है।

सोलर पंप पर 60% तक सब्सिडी, बचत में फायदा

Solar Pump Subsidy Yojana, PM Kusum Yojana: इस योजना के तहत किसान अगर सोलर पंप लगाना चाहते हैं, तो केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर कुल लागत का 60% तक सब्सिडी देती हैं। इसके अलावा किसान को केवल 10% से 40% तक की लागत खुद देनी होती है, जबकि बाकी रकम के लिए बैंक लोन की सुविधा मिलती है।

PM Kusum Yojana: इसका सीधा मतलब है कि अब किसान कम खर्च में 24 घंटे सिंचाई कर सकते हैं और जो अतिरिक्त बिजली बचती है, उसे ग्रिड में बेचकर कमाई भी कर सकते हैं।

तीन हिस्सों में बंटा है कुसुम योजना का ढांचा

प्रधानमंत्री कुसुम योजना को तीन प्रमुख हिस्सों में बांटा गया है, ताकि देश के हर कोने के किसान को इसका फायदा मिल सके:

  1. ग्रिड कनेक्टेड सोलर प्लांट – इसमें 500 KW से 2 MW तक के सोलर प्लांट लगाए जाते हैं, जिससे किसान बिजली कंपनियों को बिजली बेच सकते हैं।
  2. स्टैंडअलोन सोलर पंप – यह उन इलाकों के लिए है, जहां अब तक बिजली नहीं पहुंची। यहां किसान बिना किसी रुकावट के सिंचाई कर सकते हैं।
  3. सोलराइजेशन ऑफ ग्रिड कनेक्टेड पंप – इसमें मौजूदा बिजली पंप को सोलर में बदला जाता है और अतिरिक्त बिजली को बेचा जा सकता है।

अब बिल नहीं, आमदनी की चिंता करें किसान

PM Kusum Yojana: इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि डीजल और बिजली के बिल से किसानों को छुटकारा मिल रहा है। न डीजल खरीदने की झंझट, न ही बिजली कटौती का डर। Solar Pump Subsidy Yojana किसान सोलर पंप से सिंचाई कर रहे हैं और जो अतिरिक्त बिजली है, वो अब कमाई का नया जरिया बन गई है।

एक तरह से देखा जाए, तो ये योजना किसानों को उपभोक्ता से उत्पादक बना रही है।

कैसे करें आवेदन?: How to apply?

अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो सबसे पहले जाएं – MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) की वेबसाइट पर या फिर अपने राज्य की नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी की वेबसाइट पर।

आधिकारिक वेबसाइट- pmkusum.mnre.gov.in

ऑनलाइन आवेदन करते वक्त ये दस्तावेज़ चाहिए:

  • आधार कार्ड
  • ज़मीन के कागज़
  • बैंक खाते की जानकारी

आवेदन स्वीकृत होते ही संबंधित एजेंसी आपके खेत में सोलर पंप या प्लांट लगवाने का काम शुरू कर देती है।

खेती का नया चेहरा बन रहे हैं किसान

PM कुसुम योजना अब केवल सिंचाई की योजना नहीं रह गई है। यह किसानों के लिए ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने का मंच बन चुकी है।

आज जो किसान इस योजना से जुड़े हैं, वो केवल खेत सींचने वाले नहीं, बल्कि अब ऊर्जा उत्पादन कर आय बढ़ाने वाले किसान बन गए हैं। बढ़ती कृषि लागत और डीजल पर निर्भरता के इस दौर में कुसुम योजना किसानों के लिए डबल मुनाफे वाली डील बनकर आई है।

Also Read: Niti Aayog Meeting: मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के सामने रखा “आत्मनिर्भर बस्तर विजन”, 75 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था और 3T मॉडल के साथ 2047 का लक्ष्य

दक्षिण कोसल का Whatsapp Group ज्वाइन करे

Ravi Pratap Pandey

रवि पिछले 7 वर्षों से छत्तीसगढ़ में सक्रिय पत्रकार हैं। उन्होंने राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर गहराई से रिपोर्टिंग की है। जमीनी हकीकत को उजागर करने और आम जनता की आवाज़ को मंच देने के लिए वे लगातार लेखन और रिपोर्टिंग करते रहे हैं।

Related Articles

Back to top button