धमतरी में शराब दुकानों के खिलाफ प्रदर्शन: कार्यकर्ताओं ने कलेक्टोरेट तक निकाली रैली

धमतरी: छत्तीसगढ़ में हाल ही में 67 नई शराब दुकानों के खोलने के सरकार के फैसले के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। भगवती मानव कल्याण संगठन और भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस फैसले के विरोध में शंख बजाते हुए एक विशाल रैली निकाली और जोरदार नारेबाजी करते हुए कलेक्टोरेट तक पदयात्रा की। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और प्रदेश को नशामुक्त बनाने की मांग की।
नशे और अपराधों पर जताई चिंता
प्रदर्शनकारियों ने शराब और अन्य नशीले पदार्थों के कारण प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि युवाओं में नशे की लत तेजी से बढ़ रही है, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। इसके अलावा, अवैध शराब, गांजा, तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री पर भी सख्त रोक लगाने की मांग की गई। कार्यकर्ताओं का मानना है कि यदि नशीले पदार्थों पर नियंत्रण नहीं लगाया गया तो यह समाज के लिए खतरे की घंटी साबित होगा।
5 किलोमीटर की पदयात्रा कलेक्टोरेट तक
शीतला माता मंदिर से शुरू हुई यह पदयात्रा करीब 5 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कलेक्टोरेट पहुंची। इस रैली में सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए और उन्होंने सरकार के फैसले के खिलाफ जोरदार नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यदि सरकार ने नई शराब दुकानों को खोलने का फैसला वापस नहीं लिया, तो उनका आंदोलन और तेज होगा। उनका यह भी कहना था कि शराब के कारण समाज में अशांति और परिवारों में कलह बढ़ रही है, जो प्रदेश के विकास में रुकावट डाल रही है।
नशा मुक्त छत्तीसगढ़ की अपील
प्रदर्शनकारियों ने छत्तीसगढ़ को नशा मुक्त बनाने की अपील की। उनका मानना था कि यदि प्रदेश में शराबबंदी लागू होती है और नशीले पदार्थों पर सख्त प्रतिबंध लगाया जाता है, तो राज्य तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ सकता है। कार्यकर्ताओं ने सरकार से नशे की लत को समाप्त करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है ताकि छत्तीसगढ़ एक स्वच्छ और खुशहाल राज्य बन सके।
इस प्रदर्शन के माध्यम से विरोधी पक्ष ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि अगर शराब दुकानों को खोलने के फैसले को वापस नहीं लिया गया, तो वे आगामी दिनों में और तेज आंदोलन करेंगे।
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