आधार अपडेट सेवा में छत्तीसगढ़ ने मारी बाजी, बच्चों के बायोमैट्रिक अपडेट के लिए मिला राष्ट्रीय सम्मान

छत्तीसगढ़ ने डिजिटल सेवाओं के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया है। राज्य को 18 साल से कम उम्र के बच्चों के आधार बायोमैट्रिक अपडेट के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। यह सम्मान छत्तीसगढ़ को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम ‘आधार संवाद’ के दौरान दिया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे और यह सम्मान भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के डिप्टी डायरेक्टर जनरल (फायनेंस) तेनतु सत्यनारायण द्वारा छत्तीसगढ़ को सौंपा गया।
CHiPS की सराहनीय पहल, 944 विशेष शिविरों ने किया कमाल
छत्तीसगढ़ में आधार सेवाओं के लिए जिम्मेदार एजेंसी CHiPS (छत्तीसगढ़ इन्फो टेक प्राइवेट लिमिटेड) की कार्यप्रणाली को इस सम्मान के लिए सराहा गया। CHiPS के सीईओ प्रभात मलिक ने बताया कि राज्य में 5 से 7 और 15 से 17 साल की उम्र के बच्चों के बायोमैट्रिक अपडेट के लिए विशेष प्रयास किए गए। इसके तहत न केवल शहरी क्षेत्रों, बल्कि दूरदराज और नक्सल प्रभावित इलाकों में भी 944 विशेष आधार शिविर लगाए गए। इन शिविरों में 38,762 नागरिकों का आधार पंजीकरण और अपडेट किया गया, जिससे राज्य के हर हिस्से में आधार सेवा पहुंचाई गई।
मुख्यमंत्री की दिशा में डिजिटल छत्तीसगढ़ की ओर एक बड़ा कदम
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में यह पहल छत्तीसगढ़ के डिजिटल विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। यह राष्ट्रीय सम्मान राज्य के प्रशासनिक ढांचे की ताकत और तकनीक के सही इस्तेमाल का प्रतीक है। इस सम्मान के जरिए छत्तीसगढ़ ने यह साबित किया है कि जब तकनीक और सार्वजनिक सेवाएं मिलकर काम करती हैं, तो विकास की प्रक्रिया तेज होती है और नागरिकों तक सेवाएं बेहतर तरीके से पहुंचती हैं।
इस उपलब्धि से यह भी स्पष्ट होता है कि छत्तीसगढ़ डिजिटल क्षेत्र में अपनी अहम पहचान बना रहा है और राज्य सरकार की योजनाएं और पहलें राज्यवासियों के जीवन में बदलाव लाने का काम कर रही हैं।