छत्तीसगढ़ में साय सरकार के एक साल पूरे होने पर अजय चंद्राकर ने प्रेसवार्ता के जरिए सरकार की उपलब्धियां और समाज पर उसके प्रभाव को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह वर्ष बदलाव का रहा, जिसमें प्रशासनिक सुधार और जनसुविधाओं का विस्तार हुआ।
सुशासन का नया स्वरूप
अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार ने सुशासन के मापदंडों को एक नई ऊंचाई दी। उन्होंने बताया कि साय सरकार ने एक साल में ही सुशासन का वह स्वरूप प्रस्तुत किया है, जिसकी लोग अपेक्षा करते थे।
- 21 क्विंटल धान को ₹3100 प्रति क्विंटल पर खरीदने का वादा किया गया।
- ₹50,000 करोड़ की राशि किसानों के खातों में ट्रांसफर करने की योजना बनाई गई।
- बकाया बोनस को जारी कर दिया गया।
- 70 लाख माताओं को ₹6530 करोड़ की राशि मातृ वंदना योजना के तहत प्रदान की गई।
प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ी सफलता
पिछले वर्षों में प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्य में बाधा आने के कारण लाखों परिवार लाभ से वंचित रहे थे। अजय चंद्राकर ने बताया कि इस सरकार ने 18 लाख परिवारों को आवास योजना के तहत स्वीकृति दी।
आर्थिक लक्ष्य: 2036 तक 36 लाख करोड़ SGDP
सरकार ने छत्तीसगढ़ को आर्थिक रूप से और सशक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि राज्य की SGDP को 2036 तक 36 लाख करोड़ तक पहुंचाने की योजना बनाई गई है।
समाज और प्रशासन पर प्रभाव
साय सरकार के प्रयासों का सीधा असर समाज और प्रशासन दोनों पर पड़ा है।
- जनसुविधाओं का विस्तार: ग्रामीण क्षेत्रों तक योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित की गई।
- महिलाओं का सशक्तिकरण: मातृ वंदना योजना के जरिए लाखों महिलाओं को आर्थिक सहारा मिला।
- किसानों को राहत: समय पर बोनस और समर्थन मूल्य से किसानों का विश्वास बढ़ा।
तुलनात्मक अध्ययन: पिछले 5 साल बनाम साय सरकार का 1 साल
अजय चंद्राकर ने कहा कि पिछले 5 सालों की तुलना में साय सरकार ने एक साल में ही बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने इसे “परिवर्तन का वर्ष” करार दिया।
- बकाया बोनस जारी करना और किसानों के खातों में सीधे ट्रांसफर एक बड़ी उपलब्धि है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना को फिर से सक्रिय करके 18 लाख परिवारों को लाभान्वित किया गया।
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