मौसम का बदलता मिजाज
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मौसम का मिजाज इन दिनों कुछ अजीब सा है। मंगलवार की सुबह जब काली घटाएं छाईं तो ऐसा लगा कि जोरदार बारिश होगी, परंतु हल्की बूंदाबांदी के बाद मौसम साफ हो गया। दिनभर की धूप ने लोगों को हलकान कर दिया।
धूप का प्रकोप
बिलासपुर में बुधवार को भी मौसम गर्म और उमस भरा रहा। जैसे-जैसे दिन ढलता गया, सूर्य की किरणें और तेज होती गईं। इससे तापमान और भी बढ़ गया। अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री रहा, जो सामान्य से 2.6 डिग्री अधिक था।
शाम का हाल
शाम होते-होते भी मौसम में कोई खास बदलाव नहीं आया। लोगों को धूप और गर्मी ने बेहाल कर दिया। ऐसा प्रतीत हुआ जैसे शहर के हर कोने में गर्मी का प्रकोप था।
मानसून की उम्मीद
मौसम विशेषज्ञ अब्दुल सिराज खान के अनुसार, मानसून सक्रिय है परंतु कम दबाव के चलते बारिश नहीं हो पा रही है। 10 जुलाई को मौसम सामान्य रहेगा, लेकिन 11 जुलाई से मानसून का दबाव बढ़ने की संभावना है जिससे हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
मानसून द्रोणिका की स्थिति
मौसम वेधशाला के वैज्ञानिक डॉ. एच. पी. चंद्रा के अनुसार, मानसून द्रोणिका जैसलमेर, भीलवाड़ा, रायसेन, पुरी और दक्षिण पूर्व की ओर मध्य बंगाल की खाड़ी तक विस्तारित है। एक विंड शियर जोन भी 18 डिग्री उत्तर में 3.1 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
10 जुलाई की संभावनाएं
बिलासपुर सहित प्रदेश के कई स्थानों पर 10 जुलाई को हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है।
तापमान और उमस का असर
बिलासपुर में बढ़ते तापमान और उमस का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। लोगों को सिरदर्द, थकान और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं हो रही हैं। इसके साथ ही, बुजुर्ग और बच्चे भी इस गर्मी से खासे प्रभावित हो रहे हैं।
स्वास्थ्य के लिए सुझाव
गर्मी और उमस से बचने के लिए लोगों को पर्याप्त पानी पीना चाहिए। साथ ही, धूप में बाहर जाने से बचना चाहिए। ठंडे स्थान पर रहना और हल्के कपड़े पहनना भी फायदेमंद हो सकता है।
बारिश का इंतजार
बिलासपुर के लोग बेसब्री से बारिश का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि मानसून की बारिश से तापमान में गिरावट आएगी और गर्मी से राहत मिलेगी।
पिछले साल का मौसम
पिछले साल भी इसी समय पर बिलासपुर में तापमान बढ़ा हुआ था, लेकिन मानसून के आते ही मौसम में ठंडक आ गई थी। इस साल भी लोग उसी तरह की राहत की उम्मीद कर रहे हैं।
पर्यावरण पर प्रभाव
बढ़ते तापमान और उमस का पर्यावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। पेड़-पौधे सूख रहे हैं और जलस्तर में कमी आ रही है। इसलिए, बारिश का होना बहुत जरूरी है।
खेती पर असर
बिलासपुर के किसानों के लिए भी यह मौसम चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। धान की फसल के लिए बारिश का होना बहुत जरूरी है। अगर समय पर बारिश नहीं हुई तो फसलों को नुकसान हो सकता है।
क्या करें?
बिलासपुर के लोगों को इस मौसम में सावधानी बरतनी चाहिए। अधिक धूप में बाहर न जाएं और पर्याप्त पानी पीएं। बारिश के बाद भी उमस बनी रह सकती है, इसलिए सावधान रहना जरूरी है।
अगले कुछ दिनों की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में मानसून सक्रिय हो सकता है जिससे हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। इससे तापमान में गिरावट आएगी और लोग राहत महसूस करेंगे।
गर्मी से बचाव
गर्मी से बचने के लिए लोगों को अपने घरों में ठंडक बनाए रखने के उपाय करने चाहिए। पंखे और एसी का उपयोग करें और पर्याप्त तरल पदार्थों का सेवन करें।
निष्कर्ष
बिलासपुर में इस समय तापमान में वृद्धि और उमस का प्रकोप है। मानसून के सक्रिय होने की उम्मीद है जिससे लोगों को राहत मिल सकती है। तब तक, सावधानी बरतें और गर्मी से बचने के उपाय करें।