Bastar IG Warning: बस्तर आईजी सुंदरराज का बड़ा संदेश, कहा- चाहे हिडमा हो, सुजाता हो, या कोई कैडर, “हथियार छोड़ो या अंजाम भुगतो, अब नहीं चलेगा लाल आतंक”

Bastar IG Warning: छत्तीसगढ़ के बस्तर ज़ोन से इन दिनों एक सीधा और कड़ा संदेश नक्सलियों को दिया जा रहा है। बस्तर रेंज के IG सुंदरराज पी ने साफ-साफ शब्दों में माओवादियों से कहा है – “अब आखिरी मौका है, हथियार डालो और समाज की मुख्यधारा में लौट आओ। वरना जैसे बसवराजु का अंजाम हुआ, वैसा ही अंजाम तुम्हारा भी होगा।”
हिडमा हो या सुजाता, कोई नहीं बचेगा: IG का सख्त अलर्ट
IG सुंदरराज ने नाम लेकर कहा –
“हिडमा हो, सुजाता हो, सोनू, रामचंद्र रेड्डी या बासादेवा – कोई भी हो, अब अगर जान बचानी है तो हथियार छोड़ आत्मसमर्पण करें। वरना पुलिस के टारगेट लिस्ट में उनका नाम पहले से दर्ज है और अंजाम बाकी माओवादी साथियों जैसा ही होगा – खौफनाक और निश्चित।”
बसवराजु के खात्मे के बाद संगठन लड़खड़ा रहा
IG ने बताया कि हाल ही में माओवादी संगठन के टॉप कमांडर बसवराजू उर्फ बीआर दादा को ढेर करने के बाद संगठन की कमर लगभग टूट चुकी है।
“अब कोई मजबूत नेतृत्व नहीं बचा। रमन्ना के 2019 में मारे जाने के बाद संगठन नेतृत्वविहीन हो गया है। बसवराजु आखिरी जनरल सेक्रेटरी था। अब किसी नए महासचिव की कोई ज़रूरत नहीं, क्योंकि संगठन का अंत निकट है,” – IG ने कहा।
1400 से ज़्यादा माओवादियों ने किया सरेंडर
CG Naxal Surrender: बस्तर IG ने दावा किया कि पिछले 16 महीनों (2024 और 2025 के बीच) में 1400 से ज्यादा माओवादी कैडर ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा का रास्ता चुना है।
इनमें सीनियर, मिड लेवल और लोकल कैडर शामिल हैं।
“कई माओवादी अभी भी पुलिस और अन्य चैनलों के संपर्क में हैं। हम उन्हें पुनर्वास नीति का लाभ देने को तैयार हैं,” – उन्होंने जोड़ा।
“संगठन का कोई भविष्य नहीं”: IG सुंदरराज
IG का ये बयान सिर्फ चेतावनी नहीं, बल्कि एक बड़ा संदेश भी है कि अब सरकार और सुरक्षाबल किसी भी लाल हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
“माओवादी संगठन अब सिर्फ नाम का रह गया है। उसका कोई भविष्य नहीं है। उसके पास न रणनीति है, न नेतृत्व और न ही जनता का समर्थन,” – उन्होंने साफ कहा।
आत्मसमर्पण करने वालों के लिए खुला दरवाज़ा
IG सुंदरराज ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वालों को केंद्र और राज्य सरकार की पुनर्वास योजना के तहत हरसंभव मदद दी जाएगी –
“हमें लड़ाई नहीं, समाधान चाहिए। जो भी माओवादी अब भी संगठन में हैं, उनके लिए ये आखिरी मौका है।”
लाल गलियारे में दरारें गहरी हो रही हैं
CG Naxalite Update: बस्तर से यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि अब माओवाद की ज़मीन खिसक रही है।
IG सुंदरराज का सख्त लहजा और आत्मसमर्पण करने वालों की संख्या यह साफ बता रही है कि जंगलों की ये लाल साज़िश अब टिकने वाली नहीं है।
अब लड़ाई सिर्फ बंदूक की नहीं, बल्कि भरोसे और बदलाव की है – और इस बार सिस्टम जीतता दिख रहा है।