शिक्षा विभाग में बड़ी कार्रवाई: 39 अधिकारियों का वेतन रोकने का आदेश….


Sarangarh-Bilaigarh
: 7 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ जिले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर लापरवाही की बड़ी कार्रवाई की गई है। राज्य शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन न करने पर 39 कर्मचारियों का मार्च महीने का वेतन रोक दिया गया है। यह कार्रवाई अचल संपत्ति विवरण और अन्य अनिवार्य ऑनलाइन प्रविष्टियों में कोताही बरतने के कारण की गई है।

राज्य शिक्षा विभाग ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और शिक्षकों को स्टेबलिशमेंट पोर्टल पर अचल संपत्ति का विवरण अपलोड करने, वरिष्ठता प्रविष्टियों को अपडेट करने और यू-डाइस पोर्टल पर छात्र और विद्यालय प्रोफ़ाइल की सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए थे। हालांकि, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में इन कार्यों में अपेक्षित प्रगति नहीं हो पाई, जिसके बाद राज्य और जिला निर्वाचन कार्यालय ने मामले को गंभीरता से लिया।

इसके बाद, अधिकारियों को सात अप्रैल तक इन कार्यों को पूर्ण करने की अंतिम मोहलत दी गई थी, लेकिन समय सीमा के भीतर कार्य पूरा नहीं किया गया। इसके कारण राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई गई।

सारंगढ़ के जिला शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट आदेश जारी किया है कि जब तक इन सभी कार्यों की पूर्णता का प्रमाणपत्र संबंधित अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत नहीं किया जाता, तब तक उनके वेतन को रोक रखा जाएगा। कार्य समय सीमा के भीतर पूरा होने के बाद ही वेतन जारी किया जाएगा।

यह कार्रवाई शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के लिए कड़ी चेतावनी साबित हो सकती है, क्योंकि राज्य सरकार ने इसे लेकर कोई ढिलाई नहीं बरती है और उम्मीद जताई है कि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही नहीं होगी।

Also Read:सरकारी नौकरी: ISRO भर्ती 2025 – 10वीं पास से ग्रेजुएट्स तक के लिए मौका, 15 अप्रैल तक करें अप्लाई

दक्षिण कोसल का Whatsapp Group ज्वाइन करे

Ravi Pratap Pandey

रवि पिछले 7 वर्षों से छत्तीसगढ़ में सक्रिय पत्रकार हैं। उन्होंने राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर गहराई से रिपोर्टिंग की है। जमीनी हकीकत को उजागर करने और आम जनता की आवाज़ को मंच देने के लिए वे लगातार लेखन और रिपोर्टिंग करते रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button