Anurag Kashyap Controversy: रायपुर में फिल्म मेकर अनुराग कश्यप पर FIR: CG के सांसद बोले – भारत में रहना है तो देश के साथ चलना होगा– अनुराग की फिल्म ‘फुले’ पर विवाद गहराया

Anurag Kashyap Controversy: बॉलीवुड के चर्चित फिल्ममेकर अनुराग कश्यप एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार मामला ब्राह्मण समाज से जुड़ा है। सोशल मीडिया पर एक बहस के दौरान अनुराग कश्यप की ओर से किए गए एक कमेंट ने आग लगा दी। उन्होंने लिखा, “मैंने ब्राह्मणों पर पेशाब करने की बात कह दी।” जैसे ही ये स्क्रीनशॉट वायरल हुआ, लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और कश्यप को तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल की सख्त चेतावनी
इस विवाद पर अब छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल भी कूद पड़े हैं। रायपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, “अगर भारत में रहना है, तो भारत के साथ चलना होगा। ऐसे लोग जाति और संप्रदाय के नाम पर जहर फैला रहे हैं। इन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।” उन्होंने केंद्र सरकार से अनुराग कश्यप के खिलाफ कठोर एक्शन की मांग भी की है।
‘फुले’ फिल्म को लेकर बढ़ा जातिवाद का विवाद
अनुराग कश्यप की फिल्म ‘फुले’ 11 अप्रैल को रिलीज होनी थी। ये फिल्म समाज सुधारक जोड़ी ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले की कहानी पर आधारित है। लेकिन जैसे ही ट्रेलर और प्रोमो सामने आए, उस पर जातिवादी सोच फैलाने का आरोप लगा। नतीजा ये हुआ कि फिल्म की रिलीज टाल दी गई।

CBFC यानी सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म में कई बदलाव सुझाए। ‘मांग’, ‘महर’, ‘पेशवाई’ जैसे शब्द हटवाए गए। इसके अलावा ‘3000 साल पुरानी गुलामी’ जैसे डायलॉग को बदलकर ‘कई साल पुरानी गुलामी’ करवा दिया गया।
विवाद के बाद अनुराग कश्यप ने दी सफाई, मांगी माफी
विवाद बढ़ने पर अनुराग कश्यप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए माफी मांगी। हालांकि उन्होंने यह साफ किया कि माफी वह अपने पोस्ट के लिए नहीं, बल्कि उस एक लाइन के लिए मांग रहे हैं जिसे गलत तरीके से समझा गया। अनुराग ने कहा, “मेरी बात को तोड़-मरोड़कर नफरत फैलाई जा रही है। मेरे परिवार को रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। जो लोग खुद को संस्कारी कहते हैं, वही ऐसी बातें कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं अपनी कही बात वापस नहीं लूंगा, लेकिन अगर किसी को मेरी माफी चाहिए तो ये लो माफी। मगर औरतों को बख्श दो। ब्राह्मणों से यही गुजारिश है कि तय करें आप कौन से ब्राह्मण हैं – शास्त्र वाले या मनुवादी?”

अब 25 अप्रैल को रिलीज होगी ‘फुले’
विवादों और सेंसरशिप के बीच फिल्म ‘फुले’ अब 25 अप्रैल को सिनेमाघरों में दस्तक देगी। प्रतीक गांधी और पत्रलेखा जैसे कलाकार इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म का निर्देशन किया है अनंत महादेवन ने। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को ‘U’ सर्टिफिकेट तो दे दिया है, मगर इसके पहले उसमें भारी काट-छांट करवाई गई है।
क्या वाकई फिल्म समाज सुधार दिखा रही है या नफरत फैला रही है?
अब बड़ा सवाल ये है कि क्या अनुराग कश्यप की ये फिल्म सिर्फ समाज सुधार की कहानी है या फिर सच में इसमें कुछ ऐसा है जो समाज में तनाव फैला सकता है? सेंसर बोर्ड के फैसले और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया से इतना तो साफ है कि ये मामला जल्दी ठंडा नहीं होने वाला।